Uttar Pradesh

नाैनिहालों में होती हैं अनंत संभावनाएं, जरूरत उन्हें निखारने की : जिलाधिकारी

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औरैया, 15 सितंबर (Udaipur Kiran) । “ज्ञान को बांटने से बढ़ोतरी होती है और अपने तक सीमित रखने से ह्रास।” यह बात जिलाधिकारी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने सोमवार को पूर्व माध्यमिक विद्यालय बूढ़ादाना में छात्र-छात्राओं से संवाद करते हुए कही।

जिलाधिकारी ने कहा कि नाैनिहालों में अपार संभावनाएं छिपी होती हैं, जिन्हें निखारने की आवश्यकता है। उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वे किताबों के ज्ञान के साथ-साथ सामान्य ज्ञान पर भी ध्यान दें और ग्रुप बनाकर प्रश्नोत्तर की आदत डालें। इससे न सिर्फ उनकी जानकारी बढ़ेगी बल्कि कमजोर साथी भी आगे बढ़ सकेगा।

डीएम ने उदाहरण देते हुए कहा कि जिस प्रकार धन संचय के लिए गुल्लक का प्रयोग होता है, उसी तरह ज्ञान की गोलक तब बनेगी जब आप अपने से कमजोर को पढ़ाएंगे। इस दौरान छात्रा रोजिदा और छात्र रवि कुमार ने बताया कि उनके माता-पिता लिख-पढ़ नहीं पाते। उन्हाेंने दोनों को चुनौती दी कि वे अपने माता-पिता को सात दिन में हस्ताक्षर करना सिखाएँ, जिससे यह उनके लिए “ज्ञान की गोलक” साबित होगी।

जिलाधिकारी ने शिक्षकों से कहा कि वे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के साथ-साथ सामान्य ज्ञान में भी परिपक्व करें, ताकि वे आगे चलकर अपने जीवन में सफल होकर जिले, प्रदेश और देश का नाम रोशन कर सकें।

इस अवसर पर उन्होंने छात्रों के साथ मिलकर विद्यालय परिसर में वृक्षारोपण भी किया और बच्चों को पौधों की देखभाल की जिम्मेदारी सौंपी। वहीं ड्रेस न मिलने पर छात्रा जोया का मामला सामने आने पर डीएम ने बीएसए को निर्देश दिए कि आधार व जन्म प्रमाण पत्र बनवाकर योजना का लाभ सुनिश्चित कराया जाए।

कार्यक्रम में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजीव कुमार, खंड शिक्षा अधिकारी दाताराम, ग्राम प्रधान मोहित यादव सहित शिक्षक व छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।

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(Udaipur Kiran) कुमार

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