
जम्मू, 20 जुलाई (Udaipur Kiran) । भारतीय सेना ने जिला राजौरी के हसप्लोट क्षेत्र में सशस्त्र बलों में कैसे शामिल हों’ विषय पर एक प्रेरणात्मक गोष्ठी का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य स्थानीय स्कूली छात्रों और समुदाय को सेना में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करना और उनमें देशभक्ति की भावना को मजबूत करना था। गोष्ठी में सेना के प्रतिनिधि ने युवाओं को बताया कि कैसे सशस्त्र बलों में अनेक अवसर मौजूद हैं और केंद्र सरकार द्वारा युवाओं को मार्गदर्शन एवं प्रशिक्षण हेतु कई योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि राजौरी जैसे क्षेत्रों में शैक्षणिक रूप से प्रतिभाशाली छात्र बड़ी संख्या में हैं, जिन्हें उचित मार्गदर्शन देकर देश की सेवा के लिए प्रेरित किया जा सकता है।
उन्होंने सैनिक स्कूलों और पूर्व-आयोग प्रशिक्षण अकादमियों जैसे संस्थानों का उल्लेख करते हुए इन्हें रक्षा सेवाओं में उज्ज्वल भविष्य की कुंजी बताया। कार्यक्रम में कुल 35 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया, जिसमें शिक्षा की भूमिका को न केवल व्यक्तिगत, बल्कि सामुदायिक विकास के लिए भी महत्वपूर्ण बताया गया। सेना के प्रतिनिधि ने भरोसा दिलाया कि इच्छुक छात्रों को हरसंभव सहायता और मार्गदर्शन दिया जाएगा, ताकि वे न केवल अपने लक्ष्य हासिल कर सकें, बल्कि समाज के कल्याण में भी योगदान दे सकें।
यह कार्यक्रम भारतीय सेना के उन प्रयासों का हिस्सा है, जो दूरदराज के क्षेत्रों में प्रशासन और जनता के बीच की खाई को पाटने के लिए किए जा रहे हैं। इस पहल ने न केवल सेना और स्थानीय लोगों के बीच विश्वास को और मजबूत किया, बल्कि यह भी सिद्ध किया कि सेना न केवल देश की रक्षा करती है, बल्कि समाज के समग्र विकास में भी सक्रिय भागीदार है।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
