Uttrakhand

मनुष्य को सद्मार्ग की ओर अग्रसर करने वाला ही सच्चा संत: हरिचेतनानंद

श्रद्धांजलि समारोह के दौरान

हरिद्वार, 6 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । उत्तरी हरिद्वार स्थित श्री तीर्थ कुटीर में 59वें वार्षिकोत्सव के अवसर पर ब्रह्मलीन म.मं. स्वामी गंगेश्वरानन्द महाराज, ब्रह्मलीन म स्वामी तीर्थानन्द महाराज, ब्रह्मलीन स्वामी सर्वज्ञ मुनि, ब्रह्मलीन स्वामी गोपाल मुनि एवं स्व. शान्ति माता की स्मृति में श्री रामचरित मानस अखण्ड पाठ व श्रद्धाजंलि समारोह का आयोजन म.मं. स्वामी हरिचेतनानन्द महाराज की अध्यक्षता, म.मं. स्वामी प्रेमानन्द महाराज के संयोजन एवं महंत रविदेव शास्त्री के संचालन में किया गया।

श्रद्धाजंलि समारोह को सम्बोधित करते हुए म.मं. स्वामी हरिचेतनानन्द महाराज ने कहा कि मनुष्य को सद्मार्ग की ओर अग्रसर करने वाला ही सच्चा संत होता है। संतों ने सनातन संस्कृति व मानवता की रक्षा में अपना सर्वस्व न्यौछावर किया है। श्री तीर्थ कुटीर ऐसी संस्था है जिसकी स्थापना वेद पुराणों के ज्ञाता म.मं. स्वामी गंगेश्वरानन्द जी महाराज ने की। वेदों पर उनके द्वारा लिखे गये भाष्य आज भी पठनीय व प्रासंगिक हैं।

स्वामी योगेन्द्रानन्द महाराज व स्वामी ज्योतिर्मयानन्द महाराज ने कहा कि संतों का जीवन परमार्थ को समर्पित होता है। अपना सबकुछ त्याग कर धर्म व संस्कृति की रक्षा को तत्पर रहने वाला ही सच्चा संत होता है।

भाजपा नेता अनिरूद्ध भाटी ने कहा कि श्री तीर्थ कुटीर महान संतों की तपस्थली रही है। संस्था के परमाध्यक्ष स्वामी प्रेमानन्द जी महाराज ने कहा कि श्री तीर्थ कुटीर आश्रम की स्थापना संस्कृत व संस्कृति की रक्षा, गौ-गंगा संरक्षण व संत सेवा के लिए की गयी थी।

कार्यक्रम संचालक महंत स्वामी रविदेव शास्त्री महाराज ने कहा कि स्वामी प्रेमानन्द महाराज विनम्र व दयालु संत है जिनके संयोजन में निरन्तर अन्न क्षेत्र व सेवा प्रकल्पों का आयोजन होता है।

इस अवसर पर महंत गंगादास उदासीन, स्वामी केशवानन्द, स्वामी सुतीक्ष्ण मुनि, पुरूषोत्तम कोछड़, धर्मपाल गुलाटी, श्यामबाबू, डॉ. प्रेमप्रकाश सतलेवाल समेत देशभर से आये सैकड़ों श्रद्धालु भक्तजन उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

Most Popular

To Top