

भीलवाड़ा, 11 जुलाई (Udaipur Kiran) । जिले के बरूंदनी स्थित श्री मुनिकुल ब्रह्मचर्य आश्रम वेद संस्थान में विशेष समारोह का आयोजन हुआ, जिसमें वैदिक संस्कृति, सकारात्मक सोच और शिक्षा के महत्व पर विचार रखे गए। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भीलवाड़ा सांसद दामोदर अग्रवाल ने उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि व्यक्ति को सकारात्मक सोच के साथ निरंतर कार्य करते रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि संतोषी सदा सुखी का भाव केवल कहने-सुनने में उचित लगता है, लेकिन प्रगति असंतोष के साथ नए लक्ष्य तय करने से ही संभव होती है।
सांसद अग्रवाल ने कहा कि हिन्दुत्व और हिन्दू राष्ट्र एक वैचारिक अवधारणा है, जिसे वैदिक संस्कृति द्वारा पोषित किया जाता है। उन्होंने बताया कि वेद संस्थान की स्थापना राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त ब्रह्मलीन डॉ. बदरी नारायण पंचोली के प्रयासों का परिणाम है, जो आज एक विराट वृक्ष का स्वरूप ले चुका है।
इस मौके पर सांसद अग्रवाल ने वेद संस्थान में अध्ययनरत छात्र कृष्ण कुमार शर्मा द्वारा रचित कण्व संहिता और प्रोफेसर संजय तिवाड़ी द्वारा लिखित ममता पुस्तक का विमोचन भी किया। उन्होंने कहा कि केवल वेद अध्ययन ही नहीं, बल्कि वेदों पर शोध और अनुसंधान कर नई पीढ़ी को तार्किक और विद्वान बनाना समय की आवश्यकता है।
समारोह के दौरान वेद संस्थान के प्रतिनिधि मुरलीधर पंचोली ने संस्थान की स्थापना और प्रगति यात्रा पर प्रकाश डालते हुए सभी अतिथियों का स्वागत किया। कृष्ण कुमार शर्मा और प्रोफेसर संजय तिवाड़ी ने अपनी पुस्तकों के लेखन उद्देश्य और प्रेरणा के बारे में भी विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम का संचालन प्रभुलाल सोमानी ने किया और अध्यक्षता वेद संस्थान के अध्यक्ष राधेश्याम पंचोली ने की। पंचोली ने अतिथियों और उपस्थितजनों के प्रति आभार प्रकट करते हुए संस्थान के भावी योजनाओं की जानकारी भी दी।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में मांडलगढ़ नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष विनोद ओस्तवाल, जिला परिषद सदस्य हरिलाल जाट, प्रेम गर्ग, बरूंदनी प्रशासक गजेन्द्र कुमार साहू, सिंगोली प्रशासक राकेश कुमार आर्य, भाजपा ग्रामीण मंडल मांडलगढ़ अध्यक्ष श्यामलाल अहीर, व्यापार मंडल मांडलगढ़ अध्यक्ष नीरज जोशी, भाजपा किसान मोर्चा मंडल अध्यक्ष शंकरलाल खटीक, राम नारायण सोमानी, राधेश्याम सेन, मूलचंद रेबारी, शिव प्रकाश दरक, कालूलाल पालीवाल, श्यामलाल जाट सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक मौजूद रहे। समारोह में वेद संस्थान उपाध्यक्ष वेणुगोपाल पंचोली, सचिव शिव प्रकाश तिवाड़ी और कोषाध्यक्ष हरिशंकर सारस्वत ने भी अतिथियों का स्वागत कर कार्यक्रम को सफल बनाने में सक्रिय भागीदारी निभाई।
कार्यक्रम में वैदिक संस्कृति के संरक्षण और प्रचार-प्रसार की दिशा में निरंतर कार्य करते रहने का संकल्प दोहराया गया।
(Udaipur Kiran) / मूलचंद
