Chhattisgarh

भगवान गणेश की कथा से मां और पुत्र के रिश्ते की महत्ता सीखने को मिलती है : कथावाचक पंडित शिवानंद महाराज

शिव महापुराण कथा के बाद यज्ञ में पूर्णाहूति डालते हुए यजमान एवं ग्रामीण।

धमतरी, 21 सितंबर (Udaipur Kiran News) । ग्राम पंचायत रुद्री में आयोजित पांच दिवसीय संगीमय श्री शिव महापुराण कथा का समापन 21 सितंबर को किया गया।

कथा के अंतिम दिन शिवमहापुराण कथा सुनने श्रोताओं की भीड़ उमड़ी। कथावाचक पंडित शिवानंद महाराज ने पार्वती जन्म, गणेश जन्म, करवा चौथ उपवास, गौरी गणेश पूजन की कथा सुनाई। इसके बाद उपस्थित यजमानों और श्रोताओं ने यज्ञ में पूर्णाहूति डाली।

ग्राम पंचायत रुद्री में गांव के सभी पितरों के मोक्ष एवं मानवों के कल्याण के लिए हलषष्ठी महिला समूह एवं ग्रामीणों के सहयोग से पांच दिवसीय संगीमय श्री शिवमहापुराण कथा का आयोजन 17 से 21 सितंबर तक आयोजित किया गया है। रविवार को श्री शिवमहापुराण कथा के अंतिम दिन कथावाचक पंडित शिवानंद महराज ने पार्वती जन्म, गणेश जन्म, करवा चौथ उपवास, गौरी गणेश पूजन की कथा सुनाते हुए कहा कि भगवान गणेश की कथा से मां और पुत्र के रिश्ते की महत्ता सीखने को मिलती है। उन्होंने मां की आज्ञा का पालन करते हुए अपना सिर कटवा दिया। यहां गणेश ने अपना पुत्र धर्म निभाया। वहीं भगवान शिव ने भी पितृ धर्म निभाते हुए अपने पुत्र गणेश को फिर से जिंदा करने के लिए हाथी के बच्चे का सिर लगाकर उन्हें जीवित किया। मां और पिता दोनों ही हमारे जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और हमें इनकी आज्ञा का पालन कर उनका सम्मान करना चाहिए। महिलाएं करवा चौथ के उपवास में चंद्रमा की पूजा करती है। लेकिन चंद्रमा के अंदर भगवान आदि गणेश निवास रहते है, जिसकी पूजा होती है। भगवान शिव ने गणेश को प्रथम पूज्य कहा। लेकिन गणेश ने इसके लिए शर्त रखी कि मां पार्वती मेरे साथ रहेगी तक ही मेरी पहली पूजा होगी। तब से ही गौरी गणेश की पूजा की शुरुआत हुई। किसी भी काम को शुरू करने से पहले हम सभी लोग गौरी गणेश की पूजा करते है। कथा के समापन के बाद यज्ञ में पूर्णाहूति डाली गई। इसके बाद बेल पत्र वर्षा और रुद्राक्ष का वितरण किया गया। उपस्थित लोगों को महाप्रसादी का वितरण किया गया। इस अवसर पर समूह की अध्यक्ष श्यामा साहू, नरेश साहू, जनपद सदस्य अनिता यादव, मुकेश यादव, अमित साहू, मीना साहू, गीता साहू, पूर्णिमा साहू, रैनी साहू, जगेश्वरी निर्मलकर, राम बाई ध्रुव, जानकी साहू, आशा साहू, धनेश्वरी यादव, भानु ध्रुव, अंजनी साहू, मीरा साहू, अहिल्या साहू, मनीषा साहू, उर्वशी, पंडित निलेश द्विवेदी, पंडित संदीप दुबे सहित बड़ी संख्या में रुद्री सहित आसपास गांव के ग्रामीण उपस्थित थे।

(Udaipur Kiran) / रोशन सिन्हा

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