
शिमला, 08 जुलाई (Udaipur Kiran) । प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह की शिमला रिज मैदान पर लगने वाली प्रतिमा के अनावरण कार्यक्रम को एक बार फिर स्थगित कर दिया गया है। 15 जुलाई को प्रस्तावित यह कार्यक्रम अब राज्य में सक्रिय मानसून और मौसम की खराब परिस्थितियों के चलते आगे के लिए टाल दिया गया है। यह जानकारी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह ने दी। इससे पहले 23 जनवरी को प्रतिमा का आवरण कार्यक्रम रखा गया था, लेकिन तब भी इसे टाल दिया गया था।
मंगलवार को वीरभद्र सिंह की चौथी पुण्यतिथि के अवसर पर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन में श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई। इस मौके पर पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने उनके छायाचित्र पर श्रद्धासुमन अर्पित किए और उनके जीवन एवं कार्यों को याद किया। प्रतिभा सिंह ने कहा कि वीरभद्र सिंह आज भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनका व्यक्तित्व और प्रदेश निर्माण में योगदान सदा स्मरणीय रहेगा। उन्होंने कहा कि आधुनिक हिमाचल की नींव वीरभद्र सिंह ने रखी थी सड़कों का जाल, स्वास्थ्य और शिक्षा सेवाओं का विस्तार और ग्रामीण विकास उनके कार्यकाल की विशेषताएं रहीं।
भावुक होते हुए प्रतिभा सिंह ने कहा कि मृत्यु अटल है, लेकिन वे व्यक्ति अमर हो जाते हैं जिन्हें जाने के बाद भी याद किया जाए। वीरभद्र सिंह हमारे लिए ऐसे ही महान व्यक्तित्व हैं। उन्होंने यह भी कहा कि होली लॉज के दरवाजे हमेशा जनसेवा के लिए खुले रहेंगे।
इस मौके पर प्रतिभा सिंह ने प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश, बादल फटने और बाढ़ से हुई तबाही पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि विशेषकर मंडी जिले के सिराज, करसोग और धर्मपुर क्षेत्रों में भारी नुकसान हुआ है। सरकार राहत व बचाव कार्यों में युद्धस्तर पर जुटी है और प्रभावितों को फौरी सहायता मुहैया करवाई जा रही है।
प्रतिभा सिंह ने बताया कि वह स्वयं करसोग का दौरा कर चुकी हैं और जल्द ही सिराज क्षेत्र भी जाएंगी। उन्होंने कहा कि चल-अचल संपत्ति के नुकसान के साथ-साथ कई कीमती जानें भी गई हैं, जिनकी भरपाई असंभव है। लापता लोगों की तलाश भी तेजी से की जा रही है।
मंडी से सांसद कंगना रनौत के उस बयान पर भी प्रतिभा सिंह ने प्रतिक्रिया दी जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके पास आपदा राहत के लिए फंड नहीं है। प्रतिभा सिंह ने इसे ‘हास्यास्पद और दुर्भाग्यपूर्ण’ करार देते हुए कहा कि एक सांसद के पास फंड होता है और वे चाहें तो पांच करोड़ रुपये तक दे सकती हैं। उन्होंने टिप्पणी की कि कंगना कहती हैं कि उनके पास फंड नहीं है, यह सुनकर हंसी आती है।
श्रद्धांजलि सभा के दौरान कांग्रेस नेताओं ने वीरभद्र सिंह को जननायक बताते हुए उनके पदचिन्हों पर चलने का संकल्प लिया और कहा कि प्रदेश के विकास और सामाजिक सौहार्द को मजबूत करने की दिशा में उनका मार्गदर्शन सदा प्रासंगिक रहेगा।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
