
दुमका, 24 अगस्त (Udaipur Kiran) । दुमका पुलिस ने मुफस्सिल थाना क्षेत्र के चोरकटटा में मंगलवार की रात वृद्ध दंपती नव गोपाल साहा और उनकी पत्नी विमो बाला की हत्या में शामिल उसके ही छोटे दामाद सुबह साहा उर्फ भुलू साहा को गिरफ्तार कर रविवार को जेल भेज दिया।
आरोपित पश्चिम बंगाल के वीरभूम जिला के मारग्राम थाना क्षेत्र के दिगुली मालपाड़ा का रहने वाला है। दामाद ने हाइवा का पहिया खरीदने के लिए ससुर से पैसा मांगा था, इंकार करने पर दंपती की हत्या कर फरार हो गया। हत्या करने के बाद दोनों के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुआ। मृतक के मोबाइल के आधार पर पुलिस ने उसे धर दबोचा। पुलिस ने उसकी खून लगी टी शर्ट, मृतक का मोबाइल, मृतका चेन, सोने की अंगूठी और नाक में पहनने वाला गहना भी बरामद किया है।
रविवार को आवासीय कार्यालय में हत्याकांड की जानकारी देते हुए एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने बताया कि
मृतक का बेटा अजय साहा अपनी पत्नी के साथ सोमवार को मनसा पूजा में शामिल होने के लिए गोड्डा गया था। बुधवार की शाम करीब आठ बजे लौटकर घर आया तो घर में वृद्ध दंपती का शव पड़ा हुआ। सूचना के बाद पुलिस पहुंची और छानबीन की। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए एसडीपीओ विजय महतो के नेतृत्व में एसआइटी का गठन किया गया। तकनीक की मदद से पुलिस को हत्यारे का पता चला। मौके पर एसडीपीओ विजय महतो, प्रशिक्षु डीएसपी आकाश भारद्वाज और रोहित कुमार आदि मौजूद थे।
पहिया के लिए ससुर से मांगा था पैसा
एसपी ने बताया कि दामाद और ससुर का अच्छा रिश्ता नहीं था। ससुर के पास काफी जमीन थी और हाल के दिनों में करीब 35 लाख की जमीन बेची थी। इसी पैसों पर दामाद की नजर थी। दामाद ने साले के ससुराल में फोन कर पता कर लिया था कि पूजा में कौन कौन शामिल है। जब उसे यह पता चला कि अजय और उसकी पत्नी गए हुए हैं तो मंगलवार की देर शाम बाइक से अकेले गांव पहुंच गया। घर के बाहर से ससुर को फोन किया। खाना खाने के बाद ससुर से पहिया खरीदने के लिए पैसा मांगा तो उन्होंने इंकार कर दिया। इस पर दोनों में बहस हुई तो सास ने दोनों को शांत करा दिया। पैसा नहीं मिलने पर उसने हत्या करने की ठान ली। रात करीब 12 से एक बजे के बीच सास लघुशंका के लिए घर से बाहर आई। तभी आरोपित ने सोते हुए ससुर पर गैस सिलेंडर के नीचे रखे ईंटा से प्रहार कर मौत के घाट उतार दिया।
मृतक के मोबाइल ने खोला राज
अनुसंधान के क्रम में मृतक के बेटे ने पुलिस को बताया कि पिता का मोबाइल नहीं मिल रहा है। काफी तलाश के बाद घर में नहीं मिला तो पुलिस ने नंबर के आधार पर सीडीआर खंगाला। मोबाइल में किसी ने अंतिम कॉल की थी। पुलिस ने जब बेटे को वह नंबर दिखाया तो पता चला कि यह नंबर छोटे दामाद यानी हत्यारे का है।पुलिस ने जब दामाद को हिरासत में लेकर पूछा तो उसने दुमका आने की बात से साफ इंकार कर दिया, जबकि मोबाइल का लोकेशन मृतक का घर बता रहा था।
हत्या के बाद अंतिम संस्कार में हुआ था शामिल
दंपती की हत्या करने के बाद आरोपित बाइक से अपने घर भाग। बुधवार की शाम जब उसे सास ससुर की हत्या की सूचना मिली तो वह पत्नी के साथ चोरकटटा पहुंच गया। घर आने के बाद हर समय बेटे के साथ साए की तरह चलता रहा। इतना ही नहीं गत गुरुवार को दंपती के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुआ।
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(Udaipur Kiran) / नीरज कुमार
