मुंबई, 14 सितंबंर (Udaipur Kiran) ।
। महाराष्ट्र सरकार ने मिशन वात्सल्य योजना का दायरा बढ़ा दिया है। इस योजना का लाभ सभी विधवा और निराधार महिलाओं को भी मिलेगा। महिला व बाल कल्याण मंत्री अदिति तटकरे ने इसकी घोषणा की है।
महाराष्ट्र सरकार ने कोविड-19 महामारी में अपने माता-पिता दोनों को खो चुके अनाथों के लिए आवश्यक प्रमाण पत्र प्रदान करने के उद्देश्य से मिशन वात्सल्य योजना को लागू किया था। मंत्री अदिति ने बताया कि इस योजना का दायरा बढ़ा दिया गया है। राज्य की सभी विधवाओं और निराधार महिलाओं को ‘सरकार आपके द्वार’ की संकल्पना के अनुसार इस योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा। कोविड काल में शुरू की गई मिशन वात्सल्य योजना के क्रियान्वयन के लिए तहसीलदार की अध्यक्षता में तहसील स्तर पर एक समिति का गठन किया गया है। अनाथों, विधवाओं और एकल महिलाओं को सरकारी दस्तावेज और योजनाओं का लाभ दिया गया है। इस योजना के अंतर्गत, जिन अनाथ बच्चों के माता-पिता की मृत्यु हो चुकी है, उन्हें शिविरों के माध्यम से सरकारी सहायता, मृत्यु प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, विधवा पेंशन, राशन कार्ड, आश्रय व अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के लाभ तथा आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध कराए जाएंगे।
जिला स्तर पर विभिन्न शिविरों व सभाओं का आयोजन करके महिलाओं की सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा के लिए गठित समिति के माध्यम से उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा। इससे राज्य की सभी निराधार महिलाओं को राहत मिलेगी। हमारा प्रयास राज्य की सभी विधवा, एकल महिलाओं को सरकारी योजनाओं का लाभ प्रदान करके उन्हें आत्मनिर्भरता बनाना है। इसके माध्यम से महिलाओं की सामाजिक व आर्थिक सुरक्षा मिल सकेगी।
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(Udaipur Kiran) / वी कुमार
