Madhya Pradesh

शिवपुरी : 2 करोड़ की लागत से बने नाले पर सत्ताधारी विधायक ने उठाए सवाल, जांच करने भोपाल से आई टीम

नाले को लेकर भाजपा के दो गुट आमने-सामने

शिवपुरी, 19 सितंबर (Udaipur Kiran) । मध्‍य प्रदेश के शिवपुरी जिले के नरवर में 2 करोड़ 14 लाख रुपए के नाला निर्माण का मामला चर्चा में आया गया है। शिवपुरी जिले के नरवर नगर परिषद में 2 करोड 14 लाख रुपए की लागत से बनाए गए नाले निर्माण की गुणवत्ता को लेकर सत्ताधारी दल भाजपा के करैरा विधायक रमेश खटीक ने सवाल उठाए हैं। उन्होंने इसकी गुणवत्ता को लेकर विधानसभा में बीते दिनों एक प्रश्न लगाया था विधानसभा में आश्वासन मिलने के बाद भोपाल से जांच करने के लिए जांच दल पहुंचा। नरवर में नाले में उतरकर जांच दल ने यहां पर जांच की है विधायक का आरोप है कि जहां घटिया निर्माण किया गया है। नरवर नगर परिषद द्वारा यह निर्माण किया गया है। नरवर नगर परिषद में ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक नेता संदीप महेश्वरी की पत्नी पद्मा महेश्वरी यहां पर अध्यक्ष हैं।

नरवर नगर परिषद में इस समय अध्यक्ष पद्मा संदीप माहेश्वरी हैं। इनके पति संदीप महेश्वरी इस क्षेत्र में ज्योतिरादित्य सिंधिया के गुट से आते हैं। जबकि करैरा से भाजपा विधायक रमेश खटीक नरेंद्र सिंह तोमर खेमे से आते हैं। सूत्रों का कहना है कि इसके पीछे राजनीति है और आपस में दो गुटों में बंटी भाजपा में यहां पर एक दूसरे की कमियां को ढूंढने का प्रयास किया जा रहा है। इसी को लेकर इस मामले में राजनीति हो रही है।

बताया जाता है कि नरवर नगर परिषद द्वारा नगर में लोढ़ी माता मंदिर से धुवाई दरवाजे तक 1531 मीटर के नाले का निर्माण करवाया गया है। 2 करोड़ 14 लाख रुपये की लागत से बने इस नाले के निर्माण की गुणवत्ता को लेकर करैरा विधायक रमेश खटीक ने विधानसभा में प्रश्न क्रमांक 358 लगाकर नाले के निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए थे। इस पर नरवर की मेसर्स रियोजा कंस्ट्रक्शन द्वारा बनाए गए इस नाले की गुणवत्ता का परीक्षण करवाने का आश्वासन नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय द्वारा दिया गया था।

इसी क्रम में भोपाल से कमलेश भटनागर के मार्गदर्शन में आई टीम ने नाले के निर्माण की गुणवत्ता का परीक्षण किया। विधायक रमेश खटीक के अनुसार टीम किसी भी प्रकार की मशीनरी अपने साथ लेकर नहीं आई थी। टीम के सदस्यों ने जब नाले में गैंती मारी तो उसी में पूरे नाले का तल खुद गया। जब इस पर उन्होंने टीम से सवाल किया तो उनका कहना था कि अगली वार नाले की जांच एनडीटी जांच करवा देंगे।

विधायक रमेश खटीक के अनुसार निविदा शर्तों के अनुसार नाला निर्माण में जितना सरिया उपयोग किया जाना था, उतना सरिया उपयोग नहीं किया गया है। इसके अलावा मोरम, व कंकीट की चार इंच व आठ इंच की जो लेयर बिछाई जानी थी, वह भी दोयम दर्जे की बिछाई गई है। विधायक के अनुसार उन्होंने जांच दल को नौ जगह बताई जहां पर जांच की जानी चाहिए। वहीं इस मामले में नगर परिषद नरवर की अध्यक्ष पदमा संदीप माहेश्वरी ने बताया कि भोपाल से आए दल से पहले ग्वालियर का एक जांच दल परीक्षण कर चुका है। उस दल ने नाले को उचित गुणक्ता वाला बताया था।

(Udaipur Kiran) / रंजीत गुप्ता

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