
हमीरपुर, 01 सितंबर (Udaipur Kiran) । हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कहा कि वर्ष 2047 तक विकसित भारत के सपने को साकार करने में कंसल्टिंग कंपनियों की भूमिका निर्णायक रहने वाली है। उन्होंने यह बात दुबई में भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स संस्थान द्वारा आयोजित कार्यक्रम में ‘ऑडिट और वैश्विक परामर्श का भविष्य’ विषय पर बोलते हुए कही।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शी आर्थिक नीतियों के चलते भारत आज दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है, जबकि यूपीए शासन के समय यह 11वें स्थान पर था। उन्होंने कहा कि इस आर्थिक प्रगति में भारतीय कंसल्टिंग कंपनियों की अहम भूमिका रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत, मध्य पूर्व और अफ्रीका मिलकर 21वीं सदी का विकास त्रिकोण बना रहे हैं, जिसमें दुबई एक प्रमुख सेवा केंद्र के रूप में उभर रहा है। भारत-यूएई व्यापक आर्थिक भागीदारी से द्विपक्षीय व्यापार में तेजी आई है और भारत-अफ्रीका व्यापार 100 अरब डॉलर के पार पहुंच चुका है।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि स्टार्टअप इंडिया, आत्मनिर्भर भारत और इज आफ डूइंग बिजनेस जैसे अभियानों ने सलाहकार सेवाओं के क्षेत्र को मजबूती दी है। आज भारत में 1 लाख से अधिक स्टार्टअप नवाचार की दिशा में कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि डिजिटल युग में टैक्स, इएसजी रिपोर्टिंग, वैश्विक बाजार तक पहुंच जैसे क्षेत्रों में मार्गदर्शन की जरूरत बढ़ी है, जिसे भारतीय पेशेवर कुशलता से पूरा कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि दुनिया भर में कंसल्टिंग सेवाएं तकनीक, नैतिकता, सतत विकास और डिजिटल अनुपालन जैसे विषयों से जुड़ी चुनौतियों का समाधान दे रही हैं। ऐसे में भारतीय पेशेवरों की विश्वसनीयता और तकनीकी दक्षता वैश्विक नेतृत्व के लिए उपयुक्त है।
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(Udaipur Kiran) शुक्ला
