
हुगली, 5 जुलाई (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल के प्रसिद्ध महेश रथयात्रा उत्सव की परंपरा के तहत शनिवार को उलटी रथयात्रा शांतिपूर्ण और श्रद्धाभाव के साथ संपन्न हुई। इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ, बलराम और सुभद्रा के रथ को खींचने के लिए उमड़े।
नौ दिन पहले भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलराम और बहन सुभद्रा के साथ रथ पर सवार होकर मौसी के घर पहुंचे थे। आज उलटी रथ यात्रा के अवसर पर तीनों विग्रहों को वापस मुख्य मंदिर लाया गया।
इस पावन मौके पर स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे। पुलिस बल, सिविक वॉलंटियर, और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। भक्तों के लिए स्वास्थ्य शिविर, जलपान और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था भी की गई थी।
श्रद्धालुओं ने पूरे उत्साह और भक्ति के साथ रथ खींचा और भगवान जगन्नाथ के जयकारे से महेश की गलियां गूंज
उठीं।
उल्लेखनीय है कि महेश की रथयात्रा देश की सबसे प्राचीन रथयात्राओं में से एक मानी जाती है, जिसकी शुरुआत 1397 में हुई थी।
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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय
