
कानपुर, 09 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । अनुशासन सफलता की कुंजी है और अनुशासित विद्यार्थी जीवन में बड़ी से बड़ी उपलब्धि प्राप्त कर सकता है। अध्ययन करते हुए आपको लेखन के महत्व पर विशेष जोर देना है “जो कुछ भी सीखा जाए, उसे लिखना अवश्य चाहिए, क्योंकि लिखने से वही बात लंबे समय तक स्मरण रहती है। लिखते समय मस्तिष्क, हाथ और आँखों का समन्वय ज्ञान को स्थायी बनाता है। यह बातें गुरुवार को जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने कही।
पुरवामीर स्थित श्रीमती रामकली इकबाल बहादुर ग्रुप ऑफ कॉलेजेज में गुरुवार को टैबलेट वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह एवं विशिष्ट अतिथि विधायक महेश त्रिवेदी रहे। दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व विधान परिषद सदस्य लाल सिंह तोमर ने की। इस अवसर पर बीए, बीएससी एवं बीकॉम अंतिम वर्ष के 267 विद्यार्थियों को छात्रों को प्रदेश सरकार की स्वामी विवेकानन्द युवा सशक्तिकरण योजनान्तर्गत टैबलेट प्रदान किये गए।
जिलाधिकारी ने विद्यार्थियों से कहा कि बच्चों में उत्सुकता अवश्य होनी चाहिए। जो हो रहा है, वह कैसे हो रहा है, यह जानने की जिज्ञासा ही ज्ञान का प्रथम चरण है। उपस्थित विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि यदि आप अगले पांच वर्ष तक कड़ी पूरी मेहनत करेंगे, तो जीवन के अगले पचास वर्ष सरल और सफल होंगे। लेकिन यदि मेहनत नहीं की, तो कठिनाइयां निश्चित होंगी इसलिए इस पांच वर्ष कड़ी मेहनत कर यह साबित करें कि आप सफल हो सकते हैं और सफलता आपको अवश्य मिलेगी , आपने यह देखा होगा कि जो व्यक्ति मेहनत से कार्य करता है, उसे सफलता मिलती है । उस दिशा में आपको आगे बढ़ाना है।
(Udaipur Kiran) / रोहित कश्यप
