
कोलकाता, 16 अगस्त (Udaipur Kiran) । पश्चिम मेदिनीपुर के मेदिनीपुर शहर में शुक्रवार को आयोजित एक फुटबॉल मैच के दौरान तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) नेता के भतीजे द्वारा रेफरी पर हमला करने की घटना सामने आई है। वीडियो वायरल होने के बाद शनिवार को पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना मेदिनीपुर के एक चर्च स्कूल के मैदान की है, जहां बच्चों का फुटबॉल मैच खेला जा रहा था। रेफरी लक्ष्मण मांडी, जो खड़गपुर सब-डिविजन रेफरी एसोसिएशन के सदस्य और पेशे से स्कूल शिक्षक हैं, ने एक विवादित गोल को मान्यता दी। इस पर नाराज होकर राजा खान, जो मेदिनीपुर नगर पालिका के चेयरमैन सुमन खान के भतीजे और जिला तृणमूल उपाध्यक्ष हेमाद्रि खान के पुत्र हैं, मैदान में घुस आए। वायरल वीडियो में राजा खान को रेफरी के साथ बहस करते, धक्का-मुक्की करते और अंततः पेट में लात मारते हुए स्पष्ट देखा जा सकता है। घटना काे लेकर वायरल वीडियो की पुष्टि (Udaipur Kiran) नहीं करता है।
स्थानीय सूत्रों के मुताबिक, विवाद उनके दल के मैच खेलने के दौरान हुआ और गोल को जबरन रद्द करवाने की कोशिश की गई। मौके पर मौजूद कई लोग उन्हें रोकने का प्रयास करते रहे, लेकिन असफल रहे। वीडियो वायरल होने के बाद जब विवाद बढ़ा और रेफरी संगठन ने कड़ा रुख अख्तियार किया तब पुलिस ने कार्रवाई करते हुए राजा खान को गिरफ्तार कर लिया।
घटना पर विपक्षी दल भाजपा ने तीखी प्रतिक्रिया दी। भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी ने वीडियो साझा करते हुए कहा, ‘‘रेफरी पर हमला तृणमूल की संस्कृति है। चुनावों में राष्ट्रीय चुनाव आयोग पर ममता बनर्जी के हमले हों या स्थानीय फुटबॉल मैदान में तृणमूल के कार्यकर्ताओं की गुंडागर्दी—तृणमूल का रवैया यही है।’’ उन्होंने आरोप लगाया कि रेफरी अनुसूचित जनजाति समुदाय से हैं और मांग की कि आरोपित पर अनुसूचित जाति एवं जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाए।
घटना की निंदा करते हुए तृणमूल प्रवक्ता अरूप चक्रवर्ती ने कहा, ‘‘यह निंदनीय घटना है। किसी भी हालत में इसे समर्थन नहीं दिया जा सकता। लेकिन चूंकि आरोपित टीएमसी नेता का भतीजा है, इसका दोष पार्टी पर क्यों मढ़ा जाए? बंगाल में कानून का राज है, कार्रवाई होगी।’’
जिला तृणमूल अध्यक्ष सुजॉय हजरा ने कहा, ‘‘खेल में रेफरी का फैसला ही अंतिम होता है। किसी भी कारण से रेफरी के साथ हाथापाई करना अपराध है। जिसे मारा गया है, उसे कानून का सहारा लेना चाहिए। प्रशासन कार्रवाई करेगा।’’
मेदिनीपुर नगर पालिका के चेयरमैन सुमन खान ने कहा, ‘‘यह घटना निंदनीय है। मुझे इस बारे में जानकारी नहीं थी। वीडियो देखने के बाद मैं खुद हैरान हूं। जो भी दोषी है, उसे तुरंत रेफरी से माफी मांगनी चाहिए। वह मेरा भतीजा हो सकता है, लेकिन गलत काम करने पर किसी को छूट नहीं मिलेगी।’’
पश्चिम बंगाल रेफरी एसोसिएशन के अधिकारी चित्तदास मजूमदार ने कहा, ‘‘खेल के किसी भी स्तर पर रेफरी के साथ मारपीट घोर अपराध है। मैदान में घुसकर रेफरी को मारना किसी भी तरह से स्वीकार्य नहीं हो सकता।’’————————-
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
