
जम्मू, 8 सितंबर (Udaipur Kiran) । उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर के बाढ़ प्रभावित लोगों को गुमराह करने के लिए खोखली घोषणाएँ करके अपने आदतन छल का सहारा लिया है ऐसा भाजपा जम्मू-कश्मीर के राज्य मीडिया प्रभारी डॉ. प्रदीप महोत्रा ने कहा। उन्होंने 5 मरला के प्लॉट का भ्रामक लालच देकर आम लोगों की दुर्दशा का फायदा उठाने की कोशिश करने के लिए नेशनल कॉन्फ्रेंस नेतृत्व की कड़ी निंदा की।
डॉ. प्रदीप महोत्रा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर के उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी ने अखनूर के परगवाल के अपने दौरे के दौरान, कैबिनेट मंत्री सतीश शर्मा और नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रांतीय अध्यक्ष रतन लाल गुप्ता के साथ विनाशकारी बाढ़ और भूस्खलन से पीड़ित लोगों को एक राजनीतिक लॉलीपॉप के अलावा कुछ नहीं देकर शांत करने की कोशिश की। उन्होंने आगे कहा कि भू-स्थिरता जाँच रिपोर्ट के अधीन भूखंडों की घोषणा लोगों को बरगलाने की एक और टालमटोल की रणनीति के अलावा और कुछ नहीं है।
एनसी नेताओं ने हर मोड़ पर चाहे वह चुनाव हो, प्राकृतिक आपदाएँ हों या जनकल्याण, बेशर्मी से लोगों को धोखा दिया है। ज़मीनी स्तर पर कुछ न करते हुए झूठी उम्मीदें देने में उन्हें महारत हासिल है। यह ताज़ा घोषणा भी कोई अपवाद नहीं है डॉ. प्रदीप ने कहा।
उन्होंने आगे याद दिलाया कि एनसी ने 2024 के विधानसभा चुनाव के दौरान अपने घोषणापत्र 2024 के साथ जम्मू-कश्मीर के लोगों को मूर्ख बनाया था जो वास्तव में झूठ की किताब निकला। एनसी का घोषणापत्र- झूठ की किताब, अन्य दर्जनों झूठे वादों के साथ, भूमिहीनों को ज़मीन देने और मालिकाना हक़ देने की नीति का भी वादा करता था जो चुनाव के एक साल बाद भी कहीं नज़र नहीं आ रहा है।
चुनाव खत्म होते ही और उनकी पार्टी के सत्ता में आते ही उनके वादे हवा में उड़ गए। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि आज फिर पुनर्वास के नाम पर एनसी एक और नाटक कर रही है।
(Udaipur Kiran) / रमेश गुप्ता
