
जम्मू, 23 सितंबर (Udaipur Kiran News) । भारत-तिब्बत सहयोग मंच (बीटीएसएम) की बैठक मंगलवार को जम्मू में आयोजित हुई, जिसमें बड़ी संख्या में युवाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम में जय भारत, जय तिब्बत के नारों से माहौल गूंज उठा। बैठक को संबोधित करते हुए जम्मू-कश्मीर और लद्दाख संघ शासित प्रदेश के अध्यक्ष डॉ. विवेक शर्मा ने कहा कि बीटीएसएम अपने 26 वर्षों के सफर में देशभर में अपनी शाखाएं स्थापित कर चुका है और हिमालयी क्षेत्रों की यात्राओं का सफल आयोजन करता रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि एक दिन तिब्बत स्वतंत्र होगा और भारत-तिब्बतवासी कैलाश पर्वत पर साथ मिलकर आज़ादी का पर्व मनाएंगे। उन्होंने युवाओं से संगठन को और मजबूत बनाने का आह्वान किया।
डॉ. शर्मा ने बताया कि मंच तिब्बत के मुद्दे पर जागरूकता फैलाने के लिए लगातार प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि जिस दिन तिब्बत और कैलाश मानसरोवर मुक्त होंगे, वह दिन भारत की सुरक्षा के लिहाज से भी ऐतिहासिक होगा। उन्होंने तवांग यात्रा का भी उल्लेख किया, जो हर वर्ष गुवाहाटी से तवांग (अरुणाचल प्रदेश) तक निकाली जाती है। इस वर्ष यह यात्रा 19 से 25 नवंबर तक आयोजित होगी, जिसका उद्घाटन असम के मुख्यमंत्री द्वारा गुवाहाटी में किया जाएगा।
बैठक में बीटीएसएम के उपाध्यक्ष डॉ. राजेश शर्मा ने संगठन की 26 वर्षीय यात्रा को याद करते हुए संस्थापक डॉ. इंद्रेश कुमार और राष्ट्रीय महासचिव पंकज गोयल के योगदान को रेखांकित किया। वहीं, युवा नेता सुरजीत चौधरी ने संगठन को जमीनी स्तर पर और मजबूत बनाने का संकल्प लिया और जम्मू-कश्मीर व लद्दाख में जागरूकता फैलाने का आह्वान किया। इस अवसर पर बीडीसी चेयरमैन आर.एस.पुरा तरसेम कुमार शर्मा, डॉ. रोहित सदोत्रा (अध्यक्ष, जम्मू विश्वविद्यालय इकाई) सहित कई अन्य वक्ताओं ने भी विचार व्यक्त किए।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
