
लखनऊ,24 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । लखनऊ नगर निगम की कार्यकारिणी बैठक के दौरान शुक्रवार को हंगामा होता रहा। बैठक के दौरान महापौर सुषमा खर्कवाल व सभासदों में तीखी झड़प हुई। महापौर ने बैठक के दौरान भरे सदन में बोलीं कि नगर आयुक्त को कुछ नहीं आता। हंगामे और नारेबाजी के बीच बैठक छोड़कर महापौर चली गयीं।
पत्रकारों से बात करते हुए महापौर सुषमा खर्कवाल ने कहा कि पिछली बैठक के एक भी काम पूरे नहीं हुए। सड़क के गड्ढे भरने का काम नहीं हुआ। दीपावली में लाइटें पार्षदों को नहीं मिली। पार्कों चौराहों के नाम नहीं बदले जा सके। अधिकारियों की मनमानी के कारण सभासद हमें घेर रहे हैं। महापौर ने कहा कि हमारा संकल्प है — पारदर्शी प्रशासन और जनता के प्रति जवाबदेही। लखनऊ के विकास के लिए हर निर्णय जनता के हित में। सभी विषयों पर अधिकारियों से जवाब मांगा गया तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए ताकि शहरवासियों को शीघ्र और प्रभावी सुविधाएं प्राप्त हों। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि पूर्व बैठक की कार्यवाही की पुष्टि के उपरांत ही आगे की कार्यवाही की जाएगी, इसलिए कार्यकारिणी की बैठक को 30 अक्टूबर तक स्थगित किया गया है।
(Udaipur Kiran) / बृजनंदन