जम्मू, 28 जुलाई (Udaipur Kiran) । जम्मू-अखनूर फ्लाईओवर पर प्रतिबंधित चीनी नायलॉन धागे जिसे आमतौर पर गट्टू या चीनी मांझा के नाम से जाना जाता है से गला कटने से 37 वर्षीय साहिल कुमार की दुखद मौत ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया है। यह हृदयविदारक घटना इस खतरनाक पदार्थ पर प्रतिबंध लागू करने में पुलिस और प्रशासन की लगातार विफलता को रेखांकित करती है जिससे उनकी प्रभावशीलता और जवाबदेही पर गंभीर सवाल उठते हैं।
यह बात भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कार्यकारिणी सदस्य रमन सूरी ने कही। उन्होंने आगे कहा कि कानूनन प्रतिबंध के बावजूद इस घातक मांझे की खुली बिक्री बेरोकटोक जारी है जिससे निर्दाेष लोगों की जान जा रही है और परिवार शोक में डूब रहे हैं। प्रतिबंधित चीनी गट्टू डोर जो कांच के कणों से लिपटा एक सिंथेटिक धागा है जम्मू और उसके उपनगरों में खासकर रक्षाबंधन और जन्माष्टमी जैसे त्योहारों के मौसम में एक गंभीर समस्या बन गया है।
रमन सूरी ने बताया कि हर साल शहर में पतंगबाजी की गतिविधियों में उछाल देखा जाता है और जम्मू भर की छतें पतंग प्रेमियों के लिए युद्धक्षेत्र बन जाती हैं जिनमें से कई बच्चे भी शामिल हैं अनजाने में या लापरवाही से इस प्रतिबंधित धागे का इस्तेमाल करते हैं। अपनी पत्नी के साथ मोटरसाइकिल चला रहे कमाने वाले साहिल कुमार की दुखद मौत इस खतरनाक प्रथा के घातक परिणामों की एक कठोर याद दिलाती है। उनकी असहाय पत्नी ने कुछ बेईमान व्यापारियों के लालच और कानून लागू करने वालों की लापरवाही के कारण अपने पति की जान जाने की अकल्पनीय भयावहता देखी।
जम्मू और उसके आसपास के इलाकों के बाजारों में चीनी गट्टू डोर की खुलेआम उपलब्धता भ्रष्टाचार और प्रशासनिक उदासीनता की एक गहरी कुप्रथा की ओर इशारा करती है। उन्होंने आरोप लगाया कि बार-बार की चेतावनियों और प्रवर्तन अभियानों के बावजूद प्रतिबंधित धागे की केंद्र शासित प्रदेश में तस्करी जारी है, दुकानों में चोरी-छिपे बेचा जा रहा है और बेखौफ इस्तेमाल किया जा रहा है।
इससे गंभीर सवाल उठते हैं कि अगर प्रतिबंध लागू है तो यह धागा अभी भी खुलेआम क्यों उपलब्ध है? ज्ञात जोखिमों को देखते हुए इस घातक सामग्री को बेचने वालों पर अनजाने में हत्या जैसे कड़े आरोप क्यों नहीं लगाए जा रहे हैं? जनता जवाब मांगती है और अधिकारियों को आगे की त्रासदियों को रोकने के लिए निर्णायक कार्रवाई करनी चाहिए। रमन सूरी ने जम्मू-कश्मीर पुलिस और जिला प्रशासन से जम्मू और उसके उपनगरों में प्रतिबंधित चीनी गट्टू धागे की बिक्री, वितरण और उपयोग पर नकेल कसने के लिए एक आक्रामक, निरंतर अभियान शुरू करने का आह्वान किया।
इस अभियान में बाजारों में विशेष रूप से आर.एस. पुरा, जानीपुर, पक्का डंगा और दोमाना जैसे इलाकों में औचक निरीक्षण शामिल होना चाहिए जहाँ हाल ही में हुई बरामदगी ने गट्टू धागे की बड़े पैमाने पर बिक्री का पर्दाफाश किया है।
रमन सूरी ने कहा कि इस घातक व्यापार पर अंकुश लगाने के लिए मामूली जुर्माना या अल्पकालिक गिरफ्तारियाँ अपर्याप्त हैं इसके बजाय उल्लंघनों को रोकने के लिए विक्रेताओं और वितरकों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या के समान धाराओं सहित संबंधित धाराओं के तहत मामले दर्ज किए जाने चाहिए। यह ज़िम्मेदारी केवल अधिकारियों की नहीं है। उन्होंने कहा कि बाज़ार संघों को अपने उन सदस्यों के खिलाफ़ आवाज़ उठानी चाहिए जो मुनाफ़े के लिए दुकानों में मौत बेचते हैं और उनकी प्रतिष्ठा को धूमिल करते हैं।
(Udaipur Kiran) / अमरीक सिंह
