
जोधपुर, 18 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । अंधेरे पर उजाले की जीत और शांति-समृद्धि व आरोग्य के पर्व दीपोत्सव का आगाज शनिवार को धनतेरस से हो गया। धनतेरस को लेकर शहर के सभी बाजारों को दुल्हन की तरह सजाया गया। पुष्य नक्षत्र पर हुई जमकर खरीदारी के बाद सूर्यनगरी के बाजार आज भी गुलजार दिखाई दिए। इस साल दीपावली की तारीख को लेकर पंचांग भेद हैं। इस कारण दीपोत्सव पांच की जगह छह दिन तक मनाया जाएगा। दीपावली महापर्व आज धनतेरस से शुरू हुआ इसके बाद छोटी दीपावली या रूप चौदस 19 अक्टूबर, दीपावली पूजन बी अक्टूबर, कार्तिक स्नान व दान पुण्य 21 अक्टूबर, अन्नकूट व गोवर्धन पूजन 22 अक्टूबर और भाईदूज 23 अक्टूबर को मनाई जाएगी।
हिंदू धर्म का सबसे बड़ा पर्व दीपोत्सव शनिवार को धनतेरस के साथ प्रारम्भ हो गया है। नवीनता, आरोग्य, शांति-समृद्धि से जुड़े पर्व धनतेरस पर घरों में भगवान धनवंतरि के साथ महालक्ष्मी-कुबेर का पूजन कर समृद्धि व आरोग्य रूपी धन की कामना की गई। धनतेरस पर्व पर बाजार में सोने, चांदी के सामान की खरीदारी को लेकर रौनक रही। इस बार ज्वैलरी सहित रियल एस्टेट, इलेक्ट्रॉनिक, ऑटोमोबाइल, कपड़ा मार्केट में रिकॉर्ड बिक्री हुई। बाजार में धनतेरस पर ग्राहकों की भीड़ नजर आई।
इस बार दीपावली महोत्सव को लेकर व्यापारियों में भी खासा उत्साह देखा जा रहा है। शहर के घंटाघर, नई सडक, त्रिपोलिया बाजार, सरदारपुरा, चौपासनी, बासनी, कुड़ी, बीजेएस, बनाड़, शिकारगढ़ बाजार, पावटा में ग्राहकों की भीड़ नजर आई। मान्यता है कि धनतेरस पर की गई खरीदारी सुख समृद्धि का प्रतीक है। इस दिन लोग अपनी पसंद के हिसाब से सोना चांदी से लेकर बर्तन, झाड़ू सहित जरूरत के अन्य सामान भी खरीदते हैं। ज्वैलरी, वाहन, इलेक्ट्रीक व इलेक्ट्रोनिक्स आइटम, बर्तन आदि की दुकानों पर सर्वाधिक भीड़ रही।
नई सडक, जलजोग चौराहा, सरदारपुरा प्रथम, बी व सी रोड, चौपासनी रोड, जालोरी गेट, गोल बिल्डिंग, त्रिपोलिया बाजार, रातानाडा, महामंदिर, घंटाघर, कटला बाजार, सर्राफा बाजार में त्योहारी खरीदारी की रंगत नजर आई। धनतेरस पर जोधपुर संभाग के विभिन्न अंचलों से लोग खरीदारी के लिए जोधपुर पहुंचे।
हर सेक्टर में खरीदारी को लेकर दिखा उत्साह
दीपोत्सव के तहत बाजार में त्योहारी रंगत नजर आई। धनतेरस के दिन परम्परागत खरीदारी के चलते शहर के बाजारों में खरीदारों का सैलाब उमड़ा और जमकर धन की बरसात हुई।रोशनी से सराबोर बाजारों में शहरवासियों ने स्वर्ण आभूषणों सहित चांदी के सिक्के, वाहन, इलेक्ट्रॉनिक प्रोडक्ट्स, गारमेन्ट्स, फर्नीचर, घरेलू आवश्यक सामग्री, पूजन सामग्री, स्टील-पीतल व तांबे के बर्तन व ड्राई फ्रूट जमकर खरीदे। बर्तनों व अन्य उत्पादों के साथ चांदी व सोने के सिक्कों की खरीद के प्रति रुझान बना रहा।
मिट्टी व खेजड़ी स्वरूपा महालक्ष्मी घर लेकर आईं
धनतेरस के दिन मिट्टी व खेजड़ी स्वरूपा धन घर लाने की परम्परा का निर्वहन हुआ। महिलाओं ने मंडोर उद्यान में जाकर मिट्टी की पूजा कर धन के रूप में मिट्टी के गोले बनाकर अपने साथ घर लाई। वहीं धनतेरस पर लुप्त हो रही परम्परा को जीवंत करने के उददेश्य को लेकर किला रोड स्थित रिक्तेश्वर भैरूनाथ मंदिर परिसर में भी गज महालक्ष्मी मंदिर पर हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी धनतेरस पर खेजड़ी युक्त मिट्टी के रूप में धन उपलब्ध करवाया गया। गजमहालक्ष्मी मन्दिर के महंत प्रभाकर श्रीमाली ने बताया कि पुरातन परम्परा के संरक्षण को लेकर आज की युवा पीढ़ी को जागरुक रखना जरूरी हो गया है। इसी उदृदेश्य को लेकर हर वर्ष की तरह इस बार भी धनतेरस पर शनिवार को गजमहालक्ष्मी मंदिर में खेजड़ी युक्त मिट्टी के रूप में धन उपलब्ध करवाया गया। मान्यता है कि धनतेरस पर खेजड़ी युक्त मिट्टी के रूप में धन अगर घर ले जाते है तो घर-परिवार में समृद्धि आती है।
इस वर्ष दीपोत्सव में एक दिन अधिक
इस बार पंचांग गणना के अनुसार दीपोत्सव छह दिनों तक चलेगा। पहला पर्व धनतेरस आज कुबेर पूजन और यम दीपदान से शुरू हुआ जो 23 अक्टूबर के भाई दूज तिलक संस्कार के साथ संपन्न होगा। इस साल दीपावली 20 अक्टूबर को मनाई जाएगी। बीस अक्टूबर को दोपहर 2.27 बजे अमावस्या शुरू हो जाएगी। इसके बाद प्रदोषकाल व मध्यरात्रि में अमावस्या होने से इस दिन दीपावली और लक्ष्मी पूजन किया जाएगा। अगले दिन 21 अक्टूबर को अमावस्या तिथि दोपहर 3.56 बजे तक रहेगी। 22 अक्टूबर को कार्तिक शुक्ल प्रतिपदा के दिन अन्नकूट और गोवर्धन पूजा होगी। इसके अगले दिन 23 अक्टूबर को भाईदूज मनाई जाएगी।
(Udaipur Kiran) / सतीश
