
कन्नौज, 02 अगस्त (Udaipur Kiran) । प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 20वीं किस्त के शुभ अवसर पर समाज कल्याण विभाग के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने विकास भवन के हर्ष वर्धन सभागार में प्रधानमंत्री किसान उत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ फीता काटकर एवं मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण कर किया। इस दौरान प्रधानमंत्री जी का वाराणसी से सीधा प्रसारण देखा और सुना गया।
मंत्री असीम अरुण ने अपने संबोधन में कहा कि कन्नौज की धरती मां अन्नपूर्णा की उपासक है। यहां के किसान प्रकृति से प्रेरणा लेकर संसाधनों का कुशल उपयोग करते हुए बचत के साथ उत्तम उत्पादन प्राप्त करते हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत जनपद कन्नौज के 2,51,315 पात्र कृषकों को ₹50 करोड़ 26 लाख 30 हजार की धनराशि डीबीटी के माध्यम से उनके खातों में अंतरित की गई है। यह धनराशि किसानों को उर्वरक, बीज आदि की खरीद व खेती-किसानी में सहायता प्रदान करेगी।
उन्होंने कहा कि यदि कोई व्यक्ति इस धनराशि के एवज में पैसा मांगता है, तो उसकी सूचना अवश्य दें। भ्रष्टाचार करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। न भ्रष्टाचार करूंगा, न करने दूंगा , प्रधानमंत्री के इस संकल्प को हम सभी को मिलकर चरितार्थ करना है।
मंत्री ने कृषकों से आह्वान किया कि वे अपनी भूमि पर पूरी निष्ठा और मेहनत के साथ कार्य करें, ताकि बेहतर उपज और अधिक लाभ प्राप्त किया जा सके। उन्होंने खेती के साथ-साथ पशुपालन, मछली पालन, मुर्गी पालन जैसी गतिविधियों को अपनाने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता इस बात की है कि हम कृषि को उद्योग में परिवर्तित करें। कन्नौज के लोग इस दिशा में पहले से ही प्रयासरत हैं और जानते हैं कि कृषि को कैसे उद्यम का रूप दिया जा सकता है। हमें कम भूमि पर अधिक उत्पादन प्राप्त करने हेतु नई तकनीकों को अपनाना होगा। जैसे – पॉलीहाउस खेती, जिसमें उत्पादन की अत्यधिक संभावना है और सरकार इसके लिए अनुदान भी प्रदान करती है। इसी प्रकार, मशरूम की खेती को भी बढ़ावा देने के लिए सतत प्रयास किए जाने चाहिए।
उन्होंने बताया कि अब हाइड्रोपोनिक्स तकनीक के माध्यम से तालाबों में धान की खेती की जा रही है, जो एक अभिनव और जल-संरक्षण आधारित कृषि पद्धति है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि हम पारंपरिक तरीकों के साथ-साथ आधुनिक कृषि तकनीकों को अपनाएं और कम भूमि में अधिक उत्पादन की दिशा में कार्य करें।
उन्होंने किसानों से आग्रह किया कि वे नई तकनीक के साथ आगे बढ़कर आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में योगदान दें। भारत विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है और अब तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की दिशा में कार्य हो रहा है। साथ ही, जीरो पावर्टी अभियान के तहत निर्धन परिवारों को गरीबी से बाहर लाने का सतत प्रयास जारी है। इसके पूर्व उन्होंने विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई स्टालों का अवलोकन भी किया।
कार्यक्रम के अंत में मुख्य विकास अधिकारी रामकृपाल चौधरी ने सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर उप कृषि निदेशक संतोष कुमार, जिला कृषि अधिकारी संत लाल गुप्ता सहित अन्य अधिकारी एवं बड़ी संख्या में कृषक बंधु उपस्थित रहे। राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने विकास भवन के हर्ष वर्धन सभागार में प्रधानमंत्री किसान उत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ फीता काटकर किया
(Udaipur Kiran) झा
