
मंडी, 26 जून (Udaipur Kiran) । मंडी शहर के साथ लगते नगर निगम वार्ड दो में आने वाले गांव बाड़ी जो मंडी सदर इलाके के एक बड़े हिस्से का प्रवेश द्वार भी है, में मुख्य मार्ग पर दरक रही पहाड़ी को एक साल बीत जाने पर भी कोई समाधान नहीं हो पाया है। मंडी नगर निगम के वार्ड नंबर 9 पैलेस कालोनी 2 के तहत यह आता है और यहां से रोजाना दर्जनों सरकारी व निजी बसें सवारियों से भर कर गुजरती हैं। इसके अलावा दिन में सैंकड़ों वाहन भी इस रास्ते से गुजरते हैं। यह घनी आबादी वाला क्षेत्र तो है ही एक तरह से मंडी सदर इलाके की दर्जनों पंचायतों का प्रवेश द्वार भी है। यह सड़क ब्यास नदी के साथ साथ होकर जाती है।
रघुनाथ का पधर से कुछ आगे गांव बाड़ी में जहां सड़क तंग भी है और नीचे सीधे ब्यास नदी बहती है, उससे इस सड़क को थामने के लिए पत्थरों का कच्चा डंगा लोक निर्माण विभाग ने लगा रखा है। बीते साल यह डंगा धंस गया था और साथ में सड़क भी धंसने लगी थी। उसी वक्त से खतरा बना हुआ है। इस बारे में इलाके की ग्राम पंचायतों सदोह, बीर, तरनोह व गुमाणु के प्रधानों दुनी चंद,अनामिका, शशि आदि द्वारा हस्ताक्षरित एक ज्ञापन उपायुक्त मंडी को सौंपा गया जिसमें बताया कि इन पंचायतों के हजारों बाशिंदे रोजाना इस मार्ग से वाहनों के माध्यम से गुजरते हैं। हर वक्त खतरा बना रहता है कि कब सड़क धंस जाए और वाहन सीधा ब्यास नदी में जाकर समा जाए।
उपायुक्त से मांग की गई है कि किसी बड़े खतरे को आमंत्रण दे रहे इस स्थल का तुरंत प्रभाव से प्रशासनिक, नगर निगम व लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों द्वारा निरीक्षण करवाया जाए तथा इससे पहले कि भारी बरसात में यह डंगा ब्यास नदी में समा कर कोई बड़ा हादसा कर डाले इसे सही किया जाए। इस ज्ञापन के साथ इन पंचायत प्रतिनिधियों ने लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण व अधिशाषी अभियंता की रिपोर्ट भी संलग्न की है।
इधर इस बारे में जब स्थानीय पार्षद सुमन ठाकुर से संपर्क किया गया तो उन्होंने माना कि यह जगह बेहद जोखिमभरी हो चुकी है। कभी भी सड़क धंस कर तबाही मचा सकती है। किसी वाहन को भी अपनी चपेट में ले सकती है। जानी नुकसान हो सकता है। उनका कहना है कि स्थानीय विधायक अनिल शर्मा का अपना घर भी साथ में ही है। इस बारे में विधायक स्वयं कई बार विभाग से आग्रह कर चुके हैं। पार्षद के नाते वह इस खतरे बारे कई बार आग्रह कर चुकी हैं। एक साल से यही आश्वासन मिल रहा है कि जल्द ही इस जगह को दरूस्त कर दिया जाएगा मगर हुआ कुछ नहीं। उनका कहना है कि कहीं विभाग व प्रशासन किसी बड़े नुकसान का इंतजार तो नहीं कर रहा है। बरसात दूसरे साल भी आ गई मगर इस खतरे को टालने का कोई प्रयास नहीं हुआ। उन्होंने जिला प्रशासन, लोक निर्माण विभाग व नगर निगम प्रशासन से आग्रह किया है कि बाड़ी की इस सड़क व डंगे को तुरंत प्रभाव से सही किया जाए अन्यथा कोई बड़ा जानी नुक्सान हो सकता है।
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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा
