
नई दिल्ली, 17 सितंबर (Udaipur Kiran) । देश की राष्ट्रीय राजधानी में मौजूद तीन कूड़े के पहाड़ों में से एक भलस्वा लैंडफिल साइट से 30 लाख मीट्रिक टन कचरा का निस्तारण किया है। इससे अब इसकी उंचाई 15 मीटर कम हाे गई है। पहले यहां 73 लाख मीट्रिक टन कचरा था जो अब घटकर 43 लाख मीट्रिक टन रह गया है। दिल्ली के महापौर राजा इकबाल सिंह ने बुधवार को सेवा पखवाड़े के अवसर पर केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री मनोहर लाल खट्टर के साथ भलस्वा लैंडफिल साइट का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने जानकारी दी कि दिल्ली सरकार और नगर निगम के संयुक्त प्रयास से राजधानी को कूड़े के पहाड़ों से निजात दिलाने की दिशा में बड़ी सफलता मिली है।
इस दाैरान कार्यक्रम में दिल्ली सरकार के शहरी विकास मंत्री आशीष सूद, उपमहापौर जयभगवान यादव, स्थायी समिति की अध्यक्ष सत्या शर्मा समेत अन्य नेता मौजूद रहे।
महापौर ने कहा कि कूड़े के पहाड़ को खत्म करने का संकल्प लिया गया था और अब भलस्वा लैंडफिल साइट की ऊंचाई घटाकर उस दिशा में ठोस कदम बढ़ाया गया है। प्रतिदिन नया कचरा आने के बावजूद साइट पर कूड़े की मात्रा घट रही है। उन्होंने बताया कि निस्तारित कचरे का उपयोग पावर प्लांट, टाइल निर्माण और जमीन की भराई में किया जा रहा है।
शहरी विकास मंत्री आशीष सूद ने कहा कि दिल्ली को स्वच्छ राजधानी बनाने का संकल्प तेजी से साकार हो रहा है। शहर के तीनों कूड़ा स्थलों में 50 प्रतिशत से अधिक कचरे का निस्तारण पूरा हो चुका है और निकट भविष्य में इनका पूर्ण उन्मूलन होगा। यह केवल बुनियादी ढांचे की उपलब्धि नहीं बल्कि पर्यावरणीय संतुलन बहाल करने की दिशा में बड़ा कदम है।
मंत्री ने कहा कि दिल्ली सरकार की प्राथमिकता केवल कचरे के पहाड़ों को खत्म करना ही नहीं, बल्कि राजधानी को एक ऐसा शहर बनाना है जो ऐतिहासिक धरोहर के साथ आधुनिक भारत की आकांक्षाओं का भी प्रतीक बने।
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(Udaipur Kiran) / माधवी त्रिपाठी
