
शिमला, 02 अगस्त (Udaipur Kiran) । पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता शांताकुमार ने हिमाचल प्रदेश में हाल ही में आई प्राकृतिक आपदाओं पर सुप्रीम कोर्ट की तीखी टिप्पणी का स्वागत करते हुए उसे जरूरी चेतावनी बताया है। उन्होंने कहा कि यदि हालात नहीं बदले, तो सुप्रीम कोर्ट की आशंका हिमाचल विलुप्त हो सकता है वास्तव में परिणत हो सकती है।
शांता कुमार ने शनिवार काे एक बयान में कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने विकास, पर्यटन और निर्माण के नाम पर प्रकृति से हो रहे खिलवाड़ की ओर संकेत किया है, लेकिन इस पूरे परिदृश्य के मूल कारण जनसंख्या विस्फोट की ओर ध्यान नहीं गया। उन्होंने कहा कि जनसंख्या ही वह जड़ है, जिससे निर्माण, वन कटान, रेत-बजरी माफिया और संसाधनों का अत्यधिक दोहन जैसी समस्याएं उपजती हैं।
उन्होंने बताया कि 1947 में भारत की आबादी 34 करोड़ थी, जो 2025 में बढ़कर 142 करोड़ हो चुकी है। हिमाचल की आबादी भी 1971 में 34.6 लाख थी, जो अब 78.5 लाख हो गई है। यह वृद्धि संसाधनों पर अत्यधिक दबाव डाल रही है।
शांता कुमार ने भारत में जारी गरीबी, बेरोजगारी और अपराध दर के पीछे भी बढ़ती जनसंख्या को सबसे बड़ा कारण बताया। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से आग्रह किया कि वह केंद्र सरकार को निर्देश दे कि जनसंख्या नियंत्रण हेतु ठोस कानून लाया जाए।
इसके साथ ही उन्होंने विधायक सुधीर शर्मा को आपदा पीड़ितों की मदद में 60 लाख रुपये देने और वाइस एडमिरल बने संजय वात्स्यायन को बधाई भी दी।
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(Udaipur Kiran) शुक्ला
