पानीपत, 29 अगस्त (Udaipur Kiran) । पानीपत सिविल अस्पताल में पांच माह की बच्ची की मौत का मामला सामने आया है। जिसको लेकर परिजनों ने डॉक्टरों पर इलाज में कोताही बरतने का आरोप लगाया है। मामले की सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने बच्चे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए शवगृह में रखवाया और मामले की जांच शुरू कर दी है। बच्ची के पिता प्रभाकर ने बताया कि वो शक्ति नगर में रहते है। बच्चे के हाथ पर एक छोटी सी गिल्टी निकली हुई थी। जिसको लेकर हम सुरेंद्र डॉक्टर के पास गए थे। सुरेंद्र डॉक्टर ने दवाई दे दी। अब हमें नहीं पता कि बच्चे को दवाई देने से कुछ हुआ है या फिर किसी कीड़े वगैरह ने काट लिया है।
उन्हें पर्ची कटवाने के बाद केवल धक्के खिलाए गए। समय पर इलाज न मिलने पर मेरे बच्चे की मौत हो गई। बच्ची दृष्टि की नानी ने कहा कि गुरुवार काे उन्हाेंने पर्ची कटवाई, जिसके बाद उसे चौथी मंजिल पर भेज दिया, वहां से मुझे ये कहकर तीसरी मंजिल पर भेज दिया गया, कि डॉक्टर रात को 8 बजे मिलेंगे। कर्मचारियों के कहने पर मैं तीसरी मंजिल पर चली गई, वहां से भी एमरजेंसी में भेज दिया। उनके बच्चे का मुंह सूख रहा था, उसे देखना उचित नहीं समझा।
बच्चे का शरीर ढीला पड़ गया। जिसके बाद डॉक्टरों ने हमसे बच्चे को लेकर देखना शुरू किया। जब हमने डॉक्टरों के इलाज शुरू न करने का विरोध किया, तो उन्होंने कहा कि पुलिस बुलाओ और इन्हें बाहर करो। हमारे बच्चे को यदि समय पर इलाज दिया गया होता, तो वह बच सकता था। इस संबंध में सीएमओ विजय मलिक ने कहा कि सिविल अस्पताल में बच्चों की केयर के लिए सभी प्रकार के साधन उपलब्ध है और कभी ऐसी लापरवाही सामने नहीं आई। मामले को लेकर जांच की जाएगी।
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(Udaipur Kiran) / अनिल वर्मा
