
कानपुर, 13 अक्टूबर (Udaipur Kiran News) । भविष्य उन्हीं का है जो बदलाव को अपनाते हैं और नवाचार को बढ़ावा देने में विश्वास रखते हैं। आईआईटी कानपुर के नए ऑनलाइन एम टेक, एमएससी और पीजी डिप्लोमा प्रोग्राम्स ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा को आईआईटी कानपुर की उच्च शिक्षा के स्तर के साथ जोड़ते हैं, ताकि छात्र तकनीक, अर्थशास्त्र और नए क्षेत्रों में आगे बढ़ सकें और नेतृत्व कर सकें। यह बातें सोमवार को प्रोफेसर इंचार्ज ऑफिस ऑफ आउटरीच एक्टिविटीज़ प्रो विमल कुमार ने कही।
उन्हाेंने कहा भारत आज दुनिया की सबसे तेज़ी से विकसित होती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। ऐसे समय में उन्नत ज्ञान और विशेष कौशल की आवश्यकता पहले से कहीं अधिक महसूस की जा रही है। ये प्रोग्राम छात्रों को बदलती दुनिया की चुनौतियों का सामना करने और देश व समाज की प्रगति में अपना योगदान देने के लिए तैयार करते हैं। आईआईटी कानपुर की नई सोच और उद्योग से जुड़ी पढ़ाई को ध्यान में रखते हुए ये ऑनलाइन कार्यक्रम शुरू किए गए हैं। इनमें शामिल हैं एम टेक (ऑनलाइन) इन वायरलेस नेटवर्क्स और मशीन लर्निंग, आरएफ इंजीनियरिंग, माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स और वीएलएसआई एमएससी (ऑनलाइन) इन इकनॉमिक्स और डेटा एनालिटिक्स पीजी डिप्लोमा (ऑनलाइन) इन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग, साइबर सिक्योरिटी, और रिन्यूएबल एनर्जी टेक्नोलॉजीज़।
आईआईटी कानपुर के नए ऑनलाइन कार्यक्रमों में प्रवेश के लिए आवेदकों के पास अपनी पात्रता डिग्री में न्यूनतम 5.5 सीपीआई या 55 प्रतिशत अंक होना आवश्यक है। इसके अलावा, आवेदक आईआईटी कानपुर की ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा के माध्यम से भी आवेदन कर सकते हैं। विभिन्न विभाग अपने अनुसार अतिरिक्त पात्रता शर्तें भी निर्धारित कर सकते हैं, जैसे संबंधित शैक्षणिक पृष्ठभूमि, आवश्यक पाठ्यक्रम, व्यावसायिक या शोध अनुभव, न्यूनतम सीपीआई सीमा या अतिरिक्त परीक्षा या साक्षात्कार। ऑनलाइन प्रवेश परीक्षा से छूट उन प्रोफेशनलस को मिलेगी जिनके पास 5 साल या उससे ज्यादा का संबंधित अनुभव है। (जैसा विभाग ने तय किया है) या जो सरकारी या रक्षा संगठनों द्वारा नामित या प्रायोजित किए गए हैं।
छात्रों को अपनी सुविधानुसार सीखने का अवसर मिलेगा। वह सामान्य ऑनलाइन पाठ्यक्रमों से अलग, ये प्रोग्राम गहराई से पढ़ाई और व्यावहारिक ज्ञान — दोनों को साथ लेकर चलते हैं। हर कक्षा में छात्रों की संख्या सीमित रखी जाती है ताकि बेहतर संवाद और सीख सुनिश्चित हो सके। इससे विद्यार्थियों में तकनीकी ज्ञान के साथ-साथ समस्याएँ सुलझाने और नेतृत्व करने की क्षमता भी विकसित होती है।
इन कार्यक्रमों से जुड़ने वाले छात्र आईआईटी कानपुर की विशेष पहचान नवाचार, नेतृत्व और समाज में योगदान की परम्परा से जुड़ेंगे। यह कार्यक्रम छात्रों को इस तरह तैयार करेगा कि वे भविष्य में तकनीक, अर्थशास्त्र, नीति और नए उभरते क्षेत्रों में नेतृत्व करने में सक्षम बन सकें। आवेदन पांच अक्टूबर से खुले हैं। अधिक जानकारी और आवेदन के लिए online.iitk.ac.in देखें।
(Udaipur Kiran) / रोहित कश्यप
