
गोपालगंज, 20 सितंबर (Udaipur Kiran) । जिले के ऐतिहासिक और आस्था के केंद्र थावे मंदिर के निकट शनिवार को एक नया अध्याय जुड़ गया। पर्यावरण संरक्षण और पर्यटन विकास की दिशा में उठाए गए कदम के तहत थावे इको पार्क का भव्य शिलान्यास किया गया।
यह पार्क अत्याधुनिक तकनीकों से सुसज्जित होगा, जो न सिर्फ पर्यावरण संरक्षण को नई गति देगा बल्कि जिलेवासियों और पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा। इस ऐतिहासिक अवसर पर पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री डॉ सुनील कुमार मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनके साथ पूर्व मंत्री रामसेवक सिंह, एमएलसी राजीव कुमार, जिला पदाधिकारी पवन कुमार सिन्हा, जिला वन पदाधिकारी मेधा यादव सहित जिले के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी व गणमान्य लोग मौजूद थे।
कार्यक्रम का शुभारंभ विधिवत पूजा-अर्चना और शिलापट्ट अनावरण से किया गया। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि थावे इको पार्क न केवल गोपालगंज जिले की पहचान बनेगा, बल्कि यह पूरे उत्तर बिहार के लिए एक मॉडल इको-टूरिज्म प्रोजेक्ट साबित होगा। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में प्रकृति और पर्यावरण का संरक्षण बेहद जरूरी है और इस दिशा में ऐसे पार्कों की स्थापना आम लोगों में जागरूकता फैलाने का कार्य करेगी। जिला पदाधिकारी पवन कुमार सिन्हा ने बताया कि थावे मंदिर में हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।
इको पार्क के निर्माण से यहां आने वाले श्रद्धालुओं को एक सुसज्जित और मनोरम प्राकृतिक स्थल भी मिलेगा, जहां वे परिवार संग समय बिता सकेंगे। यह पार्क स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी मजबूत करेगा और रोजगार के नए अवसर पैदा करेगा। उन्होंने बताया कि पार्क में आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर पर्यावरण के अनुकूल संरचनाएं तैयार की जाएंगी। इसमें कृत्रिम झील, थीम आधारित उद्यान, औषधीय पौधों की क्यारियां, बच्चों के लिए खेल क्षेत्र, ओपन जिम और वॉकिंग ट्रैक जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी हों ।
पार्क को जीरो वेस्ट की अवधारणा पर विकसित किया जाएगा, जिससे यहां कचरा प्रबंधन और स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। स्थानीय जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिकों ने इस परियोजना की सराहना करते हुए कहा कि थावे इको पार्क जिले में पर्यटन के लिए नई पहचान बनेगा। यह न केवल गोपालगंज बल्कि आसपास के जिलों से भी पर्यटकों को आकर्षित करेगा। शिलान्यास कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने पार्क निर्माण की योजना की सराहना करते हुए उम्मीद जताई कि यह स्थल जिले की हरित धरोहर के रूप में जाना जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि आने वाले दो वर्षों में पार्क का निर्माण कार्य पूरा कर इसे जनता के लिए खोल दिया जाएगा।
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(Udaipur Kiran) / Akhilanand Mishra
