
बागेश्वर, 28 जून (Udaipur Kiran) । कोई भी काम मेहनत और लगन से किया जाए तो सफलता अवश्य मिलती है। ऐसा ही बागेश्वर में चिंघारूतोला के दीप चंद्र पांडेय के साथ भी हुआ। जिन्होंने वर्षों से बंजर पड़ी जमीन को लगन व मेहनत के साथ उर्वरा बनाकर उसमें फल, फूल और सब्जी का उत्पादन शुरू किया। और अब वह उत्पादों को बाजार में बेचकर प्रतिमाह करीब 20 हजार रुपये की आय कर रहे हैं।
दीप चंद्र की इस मेहनत को देखते हुए उद्यान सचल दल केंद्र के प्रभारी कमल किशोर पंत हर महीने टीम के साथ एक बार उनके उत्पादन स्थल पहुंचकर उन्हें उद्यान विभाग की योजनाओं के बारे में बताकर उन्हें योजनाओं का लाभ दिलवाने में मदद करते हैं। इसके अलावा विभाग की ओर से उन्हें पॉलीहाउस भी दिया गया है।
दीप पांडेय के अनुसार उन्होंने रोजगार के लिए कई क्षेत्रों में हाथ आजमाया। लेकिन किस्मत ऐसी रही कि कहीं भी मौका नहीं मिला। जिसके बाद उन्होंने तो 15 साल पहले से बंजर पड़ी अपनी भूमि पर सब्जी उगाना शुरू किया। इसके तहत दो नाली भूमि में पांगर के पौधे भी लगाए। पांगर की वर्तमान में बाजार में अच्छी डिमांड है।
इसके अलावा वे दो नाली भूमि में संतरे का भी उत्पादन कर रहे हैं। साथ ही अब इस जमीन पर मटर, गोभी, लौकी, कदूदू, आलू, खीरा, बैंगन, शिमला मिर्च, तोरई आदि सब्जियों की भी अच्छी पैदावार हो रही है। ऐसे में अभी दीप पांडेय 50 किलो शिमला मिर्च बाजार में बेच चुके हैं।
सड़क बनी परेशानी: दीप पांडेय का मुख्य दर्द यह है कि गांव से उत्पादों को बाजार तक लाने के लिए सड़क नहीं हैं। जिसके चलते उन्हें दिक्कतों का सामना करना पड़ता है और वर्तमान में वह उत्पादों को अपने कंधे पर बाजार तक ले जाते हैं। यहां करीब एक किमी सड़क की दरकार है। इसके लिए उन्होंने शासन-प्रशासन से सड़क सुविधा दिए जाने की मांग की है।
खास बात ये भी है कि दीप पांडेय अपनी खेती के साथ ही मछली पालन भी कर रहे हैं। अभी कुछ समय पहले ही उन्होंने कीवी और फूलों की खेती करने की ओर भी कदम बढ़ाया है। उन्होंने अपने खेतों में उद्यान विभाग की मदद से लगभग 25 पौधे कीवी के भी लगाए हैं। इनमें से कुछ पौधों में फल आने भी शुरु हो गए हैं। इसके अलावा उन्होंने उद्यान विभाग की प्रेरणा से एक नली भूमि में गेंदे के फूल उगाने की तैयारी भी शुरू कर दी है। उनका मानना है कि जल्द फूलों का उत्पादन भी शुरू हो जाएगा।
(Udaipur Kiran) / DEEPESH TIWARI
