

नहीं रुक रही है शारदा नदी की कटान,प्रशासन डूब क्षेत्र कहकर झाड़ रहा पल्ला
लखीमपुर खीरी, 15 जुलाई (Udaipur Kiran) । बिजुआ क्षेत्र में शारदा नदी की कटान से स्थिति और गंभीर हो गई है। बीते वर्षों में नयापुरवा और चकपुरवा गांव पूरी तरह नदी में समा गए। अब करसौर गांव भी खतरे में है।
करसौर में अब तक 6 मकान नदी में बह चुके हैं। कई एकड़ फसल और कृषि योग्य भूमि भी नदी की भेंट चढ़ चुकी है। आधा दर्जन से अधिक घर नदी किनारे पहुंच गए हैं। इन घरों के भी कभी भी नदी में समा जाने का खतरा है।
नयापुरवा और चकपुरवा के विस्थापित लोग आज भी बांधों पर झोपड़ियां बनाकर रह रहे हैं। स्थानीय लोगों का आरोप है कि प्रशासन हर साल केवल निरीक्षण करता है और रिपोर्ट बनाता है। लेकिन जमीनी स्तर पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती।
खीरी के सांसद जब कुछ पूर्व विधायकों के साथ शारदा नदी का निरीक्षण करने पहुंचे, तो गोला तहसील प्रशासन ने औपचारिकता भर की। उसके बाद कोई कार्रवाई नहीं की गई। स्थानीय निवासियों का कहना है कि अगर समय रहते कटान रोकने के उपाय किए जाते, तो उनके घर और फसलाें काे बचाया जा सकता था।
प्रशासन की उदासीनता के कारण हजारों की आबादी बाढ़ और कटान से प्रभावित है। कई लोग पलायन करने को मजबूर हैं। नदी की कटान लगातार जारी है, जिससे और अधिक कृषि भूमि व मकान के नुकसान की आशंका है।
(Udaipur Kiran) / देवनन्दन श्रीवास्तव
