
हिसार, 6 सितंबर (Udaipur Kiran) । बुजुर्गों को अध्यात्म
से जोड़ने के उद्देश्य से शुरू की गई मोक्ष वृद्धाश्रम के बुजुर्गों की तीर्थ यात्रा
का समापन पूरे उत्साह के साथ हुआ। बुजुर्गों ने प्रसिद्ध धार्मिक स्थल हरिद्वार व ऋषिकेश
के विभिन्न मंदिरों में माथा टेककर जनकल्याण की कामना की और गंगा स्नान करके वर्षों
पुरानी अपनी इच्छा को पूरा किया। उन्होंने मोक्ष संगमेश्वर महादेव मंदिर सहित हरियाणा
के पिहोवा में सरस्वती घाट और कुरुक्षेत्र के ब्रह्मसरोवर के भी दर्शन किए। उन्होंने
सरस्वती घाट व ब्रह्मसरोवर में आस्था की डुबकी लगाकर अपने इष्ट की आराधना भी की।
तीन दिवसीय तीर्थ यात्रा के दौरान सभी बुजुर्ग
काफी उत्साहित दिखाई दिए। पूरी टूरिस्टर बस जय श्रीराम, जय भोलेनाथ और जय गंगा मैया
के उदघोष से गूंजती रही। तीर्थ यात्रा करके वापस कैमरी रोड स्थित मोक्ष वृद्धाश्रम
पहुंचे बुजुर्गों में असीम शांति और तृप्ति का भाव दिखाई दिया। मोक्ष वृद्धाश्रम की
संरक्षक माता पंकज संधीर व प्रधान विजय भृगु ने शनिवार काे बताया कि हर बुजुर्ग की इच्छा रहती
है कि वह अपने जीवनकाल में कम से कम एक बार हरिद्वार दर्शन अवश्य करे। मोक्ष वृद्धाश्रम
के बुजुर्गों की यह इच्छा पूरी होने पर उनमें अध्यात्म का अलग ही भाव दिखाई दिया।
उन्होंने
बताया कि मोक्ष वृद्धाश्रम में बुजुर्गों के लिए आवास, भोजन, वस्त्र, चिकित्सा व आवागमन
की समुचित व्यवस्था निशुल्क की जाती है। यहां पर विभिन्न राज्यों के लाचार व बेसहारा
एवं अपने घर से दूर निकल आए बुजुर्ग शालीन जिंदगी व्यतीत कर रहे हैं। मोक्ष वृद्धाश्रम
में महिलाओं के लिए मंदबुद्धि आश्रम का संचालन भी किया जा रहा है। यहां पर मंदबुद्धि
महिलाओं का रहना, खाना व इलाज निशुल्क किया जाता है।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
