
गुवाहाटी (असम), 26 सितम्बर (Udaipur Kiran News) । असम के महान संगीतकार जुबीन गर्ग के असामयिक निधन ने पूरे राज्य को गहरे शोक में डुबो दिया है। इसी बीच असम साहित्य सभा ने उनके योगदान और विरासत को संरक्षित करने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल की घोषणा की है।
सभा के अध्यक्ष डॉ. बसंत कुमार गोस्वामी ने कहा कि जुबीन गर्ग एक राष्ट्रीय पहचान थे और उनकी मानवीय विचारधारा तभी पूरी होगी जब सरकार उनके असमय निधन के लिए जिम्मेदार लोगों को चिह्नित कर सजा दिलाएगी। उन्होंने कहा, “जुबीन की आत्मा एक वैश्विक प्रकाश है और उनके मामले में न्याय सरकार की प्रतिबद्धता को विश्व के सामने दर्शाएगा।”
डॉ. गोस्वामी ने बताया कि साहित्य सभा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र भेजकर जुबीन गर्ग को मरणोपरांत भारत रत्न देने की अपील की है। इसी प्रकार असम सरकार से भी इस पहल में सहयोग का अनुरोध किया गया है।
एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए, असम साहित्य सभा ने जुबीन गर्ग की समग्र रचनाओं—उनके गीत और कविताओं—को असमिया, अंग्रेजी और हिंदी भाषा में प्रकाशित करने का संकल्प लिया है। संकलन का कार्य प्रारंभ हो चुका है और इसे वर्ष 2026 के मध्य तक प्रकाशित किए जाने की उम्मीद है।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश
