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नैनीताल, 28 सितंबर (Udaipur Kiran News) । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रविवार को नैनीताल के पार्वती प्रेमा जगाती सरस्वती विहार में विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान उत्तराखंड की ओर से आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में शामिल हाेते हुए कहा कि विद्या भारती भारतीय शिक्षा पद्धति को और अधिक सशक्त बनाते हुए युवाओं को राष्ट्र प्रथम की भावना से प्रेरित करेगी और प्रधानमंत्री मोदी के विकसित भारत के सपने को साकार करने में योगदान देगी।
इस अवसर पर उन्होंने उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा में उत्कृष्ट स्थान प्राप्त विद्यार्थियों को सम्मानित करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। कहा कि विद्या भारती शिक्षा के क्षेत्र में भारतीय संस्कृति और राष्ट्रभक्ति के भावों को आत्मसात कर महत्वपूर्ण योगदान दे रही है। गोरखपुर से 1952 में प्रारंभ हुए सरस्वती शिशु मंदिर से लेकर आज देशभर में 13000 औपचारिक और 12000 अनौपचारिक विद्यालयों के माध्यम से 35 लाख विद्यार्थियों तक शिक्षा और संस्कार पहुंचाना इस संस्था की उपलब्धि है। उन्होंने कहा कि विद्या भारती द्वारा आदिवासी और सीमा क्षेत्रों में विद्यालय खोलकर शिक्षा का प्रकाश पहुंचाना अनुकरणीय है। केंद्र सरकार ने भी संस्था के सात विद्यालयों को सैनिक स्कूल के रूप में चयनित किया है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार ने नई शिक्षा नीति को लागू कर शिक्षा को आधुनिक और व्यवहारिक बनाने के लिए कदम उठाए हैं। राज्य के सरकारी विद्यालयों में निःशुल्क पाठ्यपुस्तकें, जूट बैग और मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना के तहत छात्रवृत्ति उपलब्ध कराई जा रही है। हाईस्कूल और इंटरमीडिएट स्तर पर शीर्ष स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को भारत भ्रमण पर भेजा जा रहा है। उच्च शिक्षा में आधारभूत संरचनाओं का विस्तार करते हुए 20 मॉडल कॉलेज स्थापित किए जा रहे हैं तथा ब्रिटेन और इन्फोसिस स्प्रिंग बोर्ड से समझौते कर विद्यार्थियों को नए अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक डॉ शैलेन्द्र ने मेधावी बच्चों को सम्मानित होने पर उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि विद्या भारती के विद्यालयों में छात्रों को राष्ट्रभक्ति,संस्कृति और परंपराओं से ओत-प्रोत शिक्षा दी जाती है,जिससे उनमें राष्ट्रीयता का भाव झलकता है। शिक्षा में राष्ट्रीयता और संस्कृति को बनाए रखना आवश्यक है। इसके अलावा,उन्होंने यह भी कहा कि विद्या भारती के विद्यालय समाज के आदर्शों की जीवंत प्रतिमा होते हैं। इस अवसर पर विद्याभारती के क्षेत्रीय संगठन मंत्री डोमेश्वर साहू ने कहा कि उत्तराखंड में विषम परिस्थितियों में भी शिशु/विद्या मंदिरों द्वारा शिक्षा दी जा रही है और इनमें वर्तमान में एक लाख से अधिक बच्चे राष्ट्रीयता से जुड़ कर शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं। राष्ट्रीय परिदृश्य में विद्या भारती की स्थिति का विस्तार से वर्णन करते हुए बताया कि देशभर में विद्याभारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान करीब 25 000 औपचारिक व अनौपचारिक विद्यालय संचालित करती है, जिन में 35 लाख से ज्यादा विद्यार्थी अध्ययन करते हैं। इन विद्यालयों में डेढ़ लाख से ज्यादा आचार्य बच्चों को राष्ट्रभक्ति से परिपूर्ण संस्कारित शिक्षा प्रदान करते हैं।
भारतीय शिक्षा समिति के प्रांतीय मंत्री डॉ. रजनीकांत शुक्ला ने सम्मानित होने वाले विद्यार्थियों की प्रतिस्पर्धा के आंकड़े प्रस्तुत किए। उन्होंने कहा कि 2025 में कक्षा 10 में उत्तराखंड बोर्ड के टॉप 10 की सूची में आए कुल 60 बच्चों में से 31 बच्चे विद्या भारती के विद्यालयों के हैं। जबकि टॉप 25 में आए 454 बच्चों में से 161 विद्यार्थी विद्या भारती संचालित विद्यालयों के हैं। इसी प्रकार इंटरमीडिएट की परीक्षा में टॉप 10 घोषित 15 बच्चों में से 8 विद्यार्थी विद्या भारती से संबंधित है। जबकि टॉप 25 में सम्मिलित 102 विद्यार्थियों में से 49 बच्चे विद्या भारती संचालित विद्यालयों के हैं। इस प्रकार विद्या भारती के बच्चों ने हाई स्कूल परीक्षा की मेरिट में 35% जबकि इंटरमीडिएट परीक्षा की मेरिट में 48% स्थान प्राप्त किए हैं।
विद्याभारती के प्रदेश निरीक्षक डॉ.विजय पाल सिंह ने बताया कि देशभर में विद्याभारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान करीब 25 000 औपचारिक व अनौपचारिक विद्यालय संचालित करती है, जिन में 35 लाख से ज्यादा विद्यार्थी अध्ययन करते हैं। इन विद्यालयों में डेढ़ लाख से ज्यादा आचार्य बच्चों को राष्ट्रभक्ति से परिपूर्ण संस्कारित शिक्षा प्रदान करते हैं। द्वारा सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ नरेंद्र सिंह भंडारी और विद्यालय परिवार की तरफ अतिथियों का स्वागत अरुण अग्रवाल श्याम ने किया। कार्यक्रम में विधायक सरिता आर्या, विधायक राम सिंह कैड़ा, भाजपा जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, डॉ. अनिल डब्बू, शांति माहरा, मंडलायुक्त दीपक रावत, आईजी कुमाऊं रिद्धिम अग्रवाल, जिलाधिकारी वंदना, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रह्लाद नारायण मीणा, प्रबंधक श्याम अग्रवाल सहित अन्य लोग उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / डॉ. नवीन चन्द्र जोशी
