
विभागीय योजनाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
लखनऊ, 19 सितंबर (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने शुक्रवार को कृषि भवन के सभागार में कृषि क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों और किसान कल्याण योजनाओं पर विस्तृत समीक्षा बैठक की। इस दौरान उन्होंने विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं, वित्तीय एवं भौतिक प्रगति की अद्यतन स्थिति, उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को बढ़ावा देने और विकसित कृषि संकल्प अभियान’ रबी 20025 के माध्यम से किसानों को आधुनिक तकनीकों से जोड़ने और कृषि उपकरणों पर जीएसटी में छूट के लाभों पर भी जानकारी दी।
बैठक के दौरान उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारने के लिए प्रतिबद्ध है। कृषि क्षेत्र के लिए अब तक 3193.50 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की जा चुकी है, जिसमें से 1784.42 करोड़ रुपये (55.88%) का व्यय हुआ है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि इस व्यय की गति को बढ़ाया जाए, ताकि किसानों को इसका लाभ समय पर मिल सके।
उर्वरक की उपलब्धता और वितरण के संबंध में उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी 75 जिलों में पर्याप्त मात्रा में उर्वरक उपलब्ध है। मंत्री ने सहकारिता विभाग को निर्देश दिये हैं कि आलू, तिलहन और गन्ने की बुवाई को देखते हुए डीएपी और एनपीके को तत्काल पैक्स सोसाइटियों तक पहुँचाया जाए, ताकि किसानों को उर्वरक आसानी से उपलब्ध हो सके।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की समीक्षा करते हुए उन्होंने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत इस वर्ष 21.07 लाख किसानों ने अपनी फसलों का बीमा कराया है। इसमें पिछले खरीफ सीजन की तुलना में 37% की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित जिलों में सर्वे का कार्य शुरू हो गया है, ताकि प्रभावित किसानों को जल्द से जल्द मुआवजा दिया जा सके।
बैठक में सहकारिता मंत्री जेपीएस राठौर, प्रमुख कृषि सचिव रवींद्र, सचिव कृषि इंद्र विक्रम सिंह, विशेष सचिव कृषि टीके शिबू तथा ओपी वर्मा, निदेशक कृषि डॉ. पंकज त्रिपाठी सहित कृषि तथा सहकारिता विभाग के उच्चाधिकारी उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / बृजनंदन
