Uttrakhand

शांति आत्मा का मूल गुण: डा. जगबीर

कार्यक्रम के दौरान

हरिद्वार, 22 सितंबर (Udaipur Kiran News) । आत्मा का मूल गुण शान्ति है। और शान्ति के लिए संकल्प शक्ति अहम योगदान रखती है। आत्म शक्ति के साथ ही सम्पूर्ण जगत रचनात्मक क्रियाकल्पों से संयुक्त रह सकता है।

गुरुकुल कांगडी समविश्वविद्यालय के दयानंद स्टेडियम परिसर के मेजर ध्यान चन्द सभागार में आज खेलों में विजुवलाईजेशन तथा मानसिक शक्ति विकास विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया।

कार्यशाला में विषय-विशेषज्ञ के रूप में माउटआबू के डा. जगबीर सिंह ने कहा कि भारतीय ज्ञान-परम्परा व आध्यात्मिक उन्नयन मे मेडिटेशन एक व्यवहारिक एवं मानसिक सक्रियता से जुडी प्रणाली है।

सुशील कुमार ने कहा कि मन, बुद्वि तथा शरीर प्रत्येक व्यक्ति के कल्याण की सबसे बडी कुंजी है। बहन मीना ने मेडिटेशन के प्रेक्टिकल सत्र का संचालन करते हुये इससे होने वाले लाभ को रेखांकित किया।

कार्यक्रम का संचालन करते हुये डॉ. शिवकुमार चौहान ने कहा कि ऑटोजेनिक प्रणाली व्यक्ति के कल्याण की सबसे महत्वपूर्ण युक्ति है। जिसका सभी को प्रतिदिन अभ्यास करना चाहिए। कार्यशाला में मीना, डॉ. अजय मलिक, डॉ. शिवकुमार चौहान, डॉ. भारत वेदालंकार, रजनी, डॉ. कपिल मिश्रा, डॉ. अनुज कुमार, डॉ. प्रणवीर सिंह, कमल सिंह नेगी, सुनील कुमार, अश्वनी कुमार आदि उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला

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