
वाराणसी,27 नवम्बर (Udaipur Kiran) । ब्रह्मलीन संत बाबा सांई चाण्डुराम साहिब का अस्थि कलश 29 नवंबर शुक्रवार को सुबह वाराणसी पहुंचेगा। शहर में आने के बाद अस्थि कलश यात्रा सोनिया स्थित अमर नगर सत्संग भवन से दोपहर 3 बजे प्रारंभ होकर सिगरा स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर पहुंचेगी, जहां श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी डॉ. जितेंद्र कुमार लालवानी एवं सुरेश लालवानी ने पत्रकारों को दी।
डॉ जितेन्द्र लालवानी ने बताया कि संत बाबा आसूदा राम सेवा समिति के पदाधिकारियों की देखरेख में अस्थि कलश यात्रा 08 नवंबर को महाराष्ट्र के अमरावती से प्रारंभ हुई थी, जो विभिन्न शहरों और मार्गों से होते हुए अब 29 नवंबर को वाराणसी पहुंचेगी। इसके पश्चात 30 नवंबर को यह यात्रा वाराणसी से प्रयागराज के लिए प्रस्थान करेगी, जहां बाबा की अस्थियों का विधिवत प्रवाह कर अस्थि कलश यात्रा का समापन किया जाएगा। सुरेश लालवानी ने बताया कि यह यात्रा अब तक छह राज्यों से गुजर चुकी है तथा 30 स्थानों पर श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन किया गया है।
गौरतलब हो कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सिंधी समाज के प्रमुख धर्मगुरु और आध्यात्मिक संत साईं चांडूराम साहिब ने बीते अक्टूबर माह में अन्तिम सांस ली। लंबे समय से बीमार रहे साईं चांडूराम के जाने से उनके लाखों सिंधी अनुयायी स्तब्ध हैं। साईं चांडूराम साहिब का असली नाम संत श्री साईं चंडूराम साहिब था। उनका जन्म 9 सितंबर 1947 को पाकिस्तान के साखर जिले के पन्नो आकिल गांव में एक साधारण सिंधी परिवार में हुआ था। देश के विभाजन के बाद भारत आने पर वे लखनऊ में बस गए और यहीं से आध्यात्मिक साधना की और लखनऊ के आलमबाग क्षेत्र में शिव शक्ति आश्रम की स्थापना की, जो आज उनके अनुयायियों का महत्वपूर्ण केंद्र है।
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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी