मुंबई , 30अक्टूबर ( हि. स.) । ठाणे के बालकुम्भ में स्थित रजिस्टार कार्यालय के वरिष्ठ लिपिक दीपक मधुराव इसल को ठाणे एंटी करप्शन ब्यूरो ने आज को दोपहर लगभग तीन बजे ठाणे जिला अधिकारी कार्यालय परिसर में73 वर्षीय शिकायतकर्ता से 35हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।ब्यूरो ने इसके पहले रिश्वत की राशि लेने वाले दीपक के सहयोगी अजित विठ्ठल कोकमकर को गिरफ्तार किया था बाद में लिपिक दीपक मधुराव इसल को हिरासत में लिया गया।ठाणे ब्यूरो के द्वारा आज बताया गया है कि शिकायतकर्ता की मां ने सन 1987में भायंदर पश्चिम में शांति बिहार नगर के जय लक्ष्मी कॉप सोसायटी के 145वर्गफुट की ग्यारह नंबर दुकान क्रय की गई थी।सन 2008 में शासन की अभय योजना के अंतर्गत अनधिकृत सम्पत्ति को शासकीय शुल्क जमा कर अधिकृत करने के लिए सन 2009में असिस्टेंट रजिस्टार ठाणे स्थित कार्यालय में खरीदी के दस्तावेज जमा किए गए थे। परंतु खरीदी के वास्तविक दस्तावेज प्राप्त करने के लिए 73वर्षीय शिकायतकर्ता ने 6अक्टूबर 2025को रजिस्टर कार्यालय के वरिष्ठ लिपिक दीपक मधुराव इसल से संपर्क करने पर उन्होंने निजी सहायक अजित विठ्ठल कोकमकर से मिलने के लिए कहा था।इसके बाद अजित विठ्ठल कोकमकर ने शिकायतकर्ता के दस्तावेज के पृष्ठ भाग पर 35और 35 हजार सहित कुल सत्तर हजार रुपए देने के लिए कहा था। शिकायतकर्ता ने इसके बारे में 28अक्टूबर को ही ठाणे ब्यूरो में लिखित सूचना दी थी।इसी बीच वरिष्ठ लिपिक दीपक मधुराव इसल मांगी गई राशि से पांच हजार रुपए रिश्वत कम कर पैसठ हजार रुपए लेने पर तैयार हो गए,और यह राशि दो किस्तों में 35हजार फिर तीस हजार लेना तय किया गया था। आज 30अक्टूबर अक्टूबर 2025को दोपहर दो बजकर 55मिनट पर ठाणे एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा आयोजित कार्यवाही में वरिष्ठ लिपिक दीपक मधुराव इसल के सहायक अजित विठ्ठल कोकमकर शिकायतकर्ता से 35हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किए गए।इसके तुरंत बाद वरिष्ठ लिपिक दीपक मधुराव इसल को भी ब्यूरो ने गिरफ्तार कर लिया। दोनो के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया है।
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(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा
