Maharashtra

ठाणे मनोरोग अस्पताल की मानसिक स्वास्थ्य मुहिम,जिला न्यायधीश शिंदे ने किया शुभारंभ

Maintain composure in an emergency
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मुंबई,12 नवंबर ( हि.स.) । गत पूरे अक्टूबर माह में, ठाणे क्षेत्रीय मनोरोग अस्पताल की टीम ने शहर से लेकर ग्रामीण इलाकों तक मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता का संदेश पहुँचाया। व्याख्यानों, कार्यशालाओं, रैलियों, पोस्टर प्रदर्शनियों, संगोष्ठियों और मूक नाटकों जैसे विभिन्न माध्यमों से समाज के हर वर्ग तक मानसिक स्वास्थ्य, समाज की शक्ति का संदेश पहुँचाया गया।

इस वर्ष, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने आपदा और आपातकालीन स्थितियों में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता का नारा दिया। इसी पृष्ठभूमि में, ठाणे के क्षेत्रीय मनोरोग अस्पताल ने 10 अक्टूबर से 10 नवंबर तक विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से विश्व मानसिक स्वास्थ्य माह उत्साहपूर्वक मनाया।

इस अभियान का उद्घाटन 10 अक्टूबर को जिला न्यायाधीश सूर्यकांत शिंदे ने किया। इस अवसर पर,सचिव, जिला एवं विधिक सेवा प्राधिकरण, रवींद्र पजंकर, उपनिदेशक डॉ. नीलेश सपकाले, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. नेताजी मुलिक और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। नर्सों द्वारा “आपातकालीन स्थितियों में मानसिक देखभाल” विषय पर प्रस्तुत प्रभावशाली मूकाभिनय विशेष आकर्षण का केंद्र रहा।

यह मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता अभियान ठाणे, मुंबई, भिवंडी, चेंबूर, उल्हासनगर और बदलापुर क्षेत्रों में चलाया गया। मानसिक स्वास्थ्य के महत्व को पर्यवेक्षण गृहों, निरोध केंद्रों, महिला छात्रावासों, जेलों और शैक्षणिक संस्थानों जैसे कई स्थानों पर प्रत्यक्ष संवाद के माध्यम से बताया गया।

इस अभियान में मनोचिकित्सकों, समाज सेवा अधिकारियों, व्यावसायिक चिकित्सकों, नर्सों और डीपीएन कॉलेज के छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। उप अधीक्षक डॉ. प्राची चिवटे, चिकित्सा अधिकारी डॉ. ममता अलासपुरकर, मनोचिकित्सक डॉ. अर्चना गडकरी, डॉ. अमोल भुसारे और डॉ. कुसुम्माला एन. के मार्गदर्शन में यह अभियान सफल रहा।

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(Udaipur Kiran) / रवीन्द्र शर्मा