

जयपुर, 24 अगस्त (Udaipur Kiran) । राजधानी जयपुर के मुख्य सोडाला स्थित पुराने तेजाजी मंदिर से रविवार को धार्मिक ध्वज यात्रा गांजे–बांजे के साथ सुरसुरा (किशनगढ़, अजमेर) के लिए रवाना हुई। इस यात्रा में सैकड़ों श्रद्धालु शामिल हुए और लोक देवता वीर तेजाजी की निर्वाण स्थली सुरसुरा पहुंचकर ध्वज स्थापित किया गया।
मंदिर पुजारी मूलचंद शर्मा ने बताया कि आगामी 2 सितम्बर 2025 को मंदिर परिसर में 125वां तेजाजी जयंती महोत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। इसके तहत विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। उसी क्रम में रविवार को ध्वज यात्रा का आयोजन किया गया। ध्वज यात्रा से पूर्व संत–महंतों और पुजारियों की उपस्थिति में विधिवत ध्वज पूजा की गई। इसके बाद यात्रा बस द्वारा रवाना हुई, जिसका जगह-जगह पुष्पवर्षा से स्वागत किया गया।
ध्वज यात्रा सुरसुरा तेजाजी थान पहुंची, जहां ध्वज स्थापना कर देश–प्रदेश की खुशहाली और जीव-जंतुओं की रक्षा की कामना की गई। इसके उपरांत सैकड़ों श्रद्धालुओं को प्रसादी वितरित की गई।
गौरतलब है कि सुरसुरा वह पवित्र स्थल है, जहां वीर तेजाजी ने गायों की रक्षा करते हुए अपने प्राण न्यौछावर किए थे और साँप के काटने से उनका बलिदान हुआ था। यह स्थल आज भी तेजाजी भक्तों के लिए प्रमुख तीर्थ है, जहां भाद्रपद मास की तेजा दशमी पर विशाल मेला आयोजित होता है।
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(Udaipur Kiran)
