
लखनऊ,25 सितम्बर (Udaipur Kiran News) । कानपुर के महाराणा प्रताप इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र-छात्राओं का एक दल गुरूवार को विधानसभा भ्रमण के लिए लखनऊ पहुंचा। इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने उनसे आत्मीय संवाद किया और लोकतांत्रिक व्यवस्था की गहन जानकारी साझा की।
सतीश महाना ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि एक विधायक अपनी जनता से सबसे निकट जुड़ा होता है। उसकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी जनता की समस्याओं को समझना और उनके समाधान की दिशा में काम करना होती है। उन्होंने कहा कि पहली बार चुनाव जीतना अपेक्षाकृत सरल हो सकता है, किंतु लगातार जनता का विश्वास अर्जित करना कहीं अधिक कठिन कार्य है। यही किसी जनप्रतिनिधि की असली पहचान है।
विधानसभा अध्यक्ष ने विद्यार्थियों को विधायिका की भूमिका और महत्व पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विधायिका ही वह सर्वोच्च मंच है जहां जनता की आवाज उठती है, समस्याओं पर चर्चा होती है और उनके समाधान के लिए कानून बनाए जाते हैं। लोकतांत्रिक व्यवस्था में विधायिका कभी खराब नहीं हो सकती, केवल उससे जुड़े व्यक्ति यदि अपने कर्तव्यों से विमुख हों तो उसकी छवि प्रभावित हो सकती है।
उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक ढांचे में जनता से जुड़े प्रतिनिधि ही प्रदेश की दिशा और गति तय करते हैं। विधायक अपने क्षेत्र की नब्ज पहचानता है और उसी अनुभव के आधार पर प्रदेश व देश के लिए नीतियां तैयार होती हैं।
छात्रों से संवाद करते हुए श्री महाना ने उनसे आग्रह किया कि वे इस अनुभव को केवल अपने तक सीमित न रखें, बल्कि अपने घर-परिवार और मित्रों के साथ भी साझा करें। उन्होंने कहा कि ऐसे भ्रमण युवाओं में लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति आस्था और प्रतिबद्धता को मजबूत करने में सहायक सिद्ध होते हैं।
भ्रमण के दौरान छात्रों ने विधानसभा की कार्यप्रणाली का निकट से अवलोकन किया और कई जिज्ञासापूर्ण प्रश्न पूछे। श्री महाना ने उनके उत्साह और जागरूकता की सराहना की तथा विश्वास व्यक्त किया कि यही युवा भविष्य में लोकतंत्र को नई ऊँचाइयों तक ले जाएंगे।
(Udaipur Kiran) / बृजनंदन
