
प्रयागराज, 18 जुलाई (Udaipur Kiran) । ईश्वर शरण पी.जी कॉलेज द्वारा भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘‘मालवीय मिशन टीचर ट्रेनिंग प्रोग्राम’’ के अन्तर्गत 25वां प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ शुक्रवार को हुआ। उद्घाटन के दौरान प्रशिक्षण केन्द्र के निदेशक एवं महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. आनंद शंकर सिंह ने कहा कि शिक्षा नीति कैसे हमको एक बहुआयामी दृष्टि दे रही है। इसी को समझने के लिए भारत सरकार ने एक शिक्षक-प्रशिक्षण का प्रारूप तैयार किया है।
प्राचार्य ने प्रतिभागियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि इसके अन्तर्गत प्रशिक्षित होकर हमारे शिक्षक अपने उद्देश्यों को पूरा करने में महती भूमिका का निर्वहन कर सकेंगे और आगे आने वाली चुनौतियों के लिये तैयार होकर राष्ट्र निर्माण में अपनी महती भूमिका निभायेंगे।
प्रथम सत्र की मुख्य वक्ता प्रो. प्रकाश चन्द्र अग्रवाल, सयुक्त निदेशक एन.सी.ई.आर.टी, नई दिल्ली ने ‘‘होलिस्टिक एण्ड मल्टी डिसिप्लिनरी एजुकेशन’’ थीम पर आधारित उसकी पृष्ठभूमि, संकल्पना, विभिन्न विषयों के उद्भव एवं उसके परस्पर अंतर्संबंध एवं नई शिक्षा नीति में उसके महत्व एवं उपादेयता को विश्लेषित किया।
दूसरे सत्र में प्रो. सरोज यादव, पूर्व डीन, एन.सी.ई.आर.टी (अकादमिक) ने होलिस्टिक एण्ड मल्टी डिसीप्लीनरी एजुकेशन के उप विषयों एवं एनईपी की समस्याओं और समाधान पर चर्चा की। उन्होंने वर्तमान शोध पद्धतियों पर भी नई शिक्षानीति के प्रभाव को रेखांकित किया।
इसके पूर्व उद्घाटन सत्र का संचालन एवं स्वागत कार्यक्रम संयोजक डॉ. विवेक कुमार यादव ने किया। एम.एम.टी.टी.सी के उप निदेशक डॉ. मनोज कुमार दुबे ने कार्यक्रम की पृष्ठभूमि एवं उसकी अवधारणा की रूपरेखा पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि यह कार्यक्रम 28 जुलाई तक चलेगा।
इस अवसर पर अभासी मंच से एम.एम.टी.टी सेण्टर के असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ. मनोज कुमार दुबे के साथ महाविद्यालय के डॉ. शैलेश कुमार यादव, डॉ. विकास कुमार, डॉ. अश्विनी देवी सहित देश के विभिन्न राज्यों से प्राध्यापक जुड़े रहें। इसके अतिरिक्त कार्यक्रम में जम्मू कश्मीर से लेकर कर्नाटक तक और गुजरात से लेकर बंगाल तक के विभिन्न विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के 85 से अधिक शिक्षकों ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के सह संयोजक भगत नारायण महतो ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
(Udaipur Kiran) / विद्याकांत मिश्र
