
कोलकाता, 07 सितंबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल के शिक्षा मंत्री ब्रत्य बसु ने रविवार को राज्य के सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की नई भर्ती के लिए आयोजित लिखित परीक्षा के पहले चरण पर संतोष व्यक्त किया। यह परीक्षा उन 25 हजार 753 शिक्षण पदों को भरने के लिए आयोजित की जा रही है, जिन्हें इस साल की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट ने रद्द कर दिया था।
रविवार को आयोजित पहले चरण की लिखित परीक्षा में कक्षाओं नौ-दस के लिए सहायक शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया संपन्न हुई। बसु ने जानकारी दी कि 3.5 लाख उम्मीदवारों ने राज्यभर के 636 केंद्रों पर परीक्षा दी और यह पूरी तरह सफल रही। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “सभी परीक्षार्थियों, डब्ल्यूबीएसएससी, स्कूल शिक्षा विभाग और संबंधित अधिकारियों को हार्दिक बधाई। पूरी प्रशासनिक व्यवस्था अगले रविवार को कक्षाओं 11–12 के लिए होने वाली परीक्षा भी पूरी सुरक्षा, पारदर्शिता और स्पष्टता के साथ संपन्न कराने के लिए तत्पर है।”
उल्लेखनीय है कि दूसरे और अंतिम चरण की लिखित परीक्षा 14 सितंबर को आयोजित होगी।
हालांकि, माकपा सांसद और वरिष्ठ अधिवक्ता विकाश रंजन भट्टाचार्य ने चेतावनी दी है कि अगर एक भी “भ्रष्ट” या “अयोग्य” उम्मीदवार को परीक्षा में शामिल पाया गया, तो इस पूरी प्रक्रिया को कानूनी चुनौती दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि डब्ल्यूबीएसएससी ने हाल ही में जो ‘भ्रष्ट’ उम्मीदवारों की सूची प्रकाशित की है, वह अधूरी लगती है। संभावना है कि आने वाले दिनों में और नाम सामने आएंगे, जिनमें से कई इस परीक्षा में शामिल हो चुके होंगे। उस स्थिति में परीक्षा रद्द भी हो सकती है।
ज्ञात हो कि सुप्रीम कोर्ट और कलकत्ता हाईकोर्ट दोनों ने ही ऐसे ‘भ्रष्ट’ उम्मीदवारों (जिन पर पैसों के बदले नौकरी पाने का आरोप है) के परीक्षा में शामिल होने पर सख्त रुख अपनाया है। हाल ही में ऐसे कई उम्मीदवारों ने हाईकोर्ट में नई भर्ती परीक्षा में शामिल होने की अनुमति मांगी थी, लेकिन पहले एकल पीठ और बाद में खंडपीठ ने उनकी याचिका खारिज कर दी।
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(Udaipur Kiran) / धनंजय पाण्डेय
