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विश्वविद्यालय बचाओ के नारे के साथ 26 सितंबर को भूख हड़ताल पर बैठेंगे शिक्षक : हपुटवा अध्यक्ष डॉ. नितिन व्यास

डॉ. नितिन व्यास

शिमला, 20 सितंबर (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिक्षक कल्याण संघ (हपुटवा) ने ऐलान किया है कि 26 सितम्बर को विश्वविद्यालय बचाओ के नारे के साथ संघ के सदस्य 24 घंटे की भूख हड़ताल पर बैठेंगे। साथ ही विश्वविद्यालय की आगामी कार्यकारी परिषद की बैठक का भी विरोध किया जाएगा।

हपुटवा अध्यक्ष डॉ. नितिन व्यास ने कहा कि हमारी कई वर्षों से लंबित मांगों की लगातार अनदेखी यह दर्शाती है कि प्रदेश सरकार उच्च शिक्षा को प्राथमिकता में नहीं रख रही है। कैरियर एडवांसमेंट स्कीम की फाइलें तीन वर्षों से धूल फांक रही हैं और हज़ारों शिक्षक पदोन्नति से वंचित हैं।

डॉ. व्यास ने आरोप लगाया कि जब प्रदेश के अन्य सरकारी कर्मचारियों को समय पर पदोन्नति दी जा रही है, तो महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय के शिक्षकों के साथ सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है?

उन्होंने आगे कहा कि हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय राज्य विश्वविद्यालय है, जिसकी वेतन और पेंशन संबंधी जिम्मेदारी सरकार की है। वर्ष 2025-26 के लिए सरकार द्वारा दिया गया 152 करोड़ का वार्षिक अनुदान वेतन और पेंशन की कुल 252 करोड़ की जरूरत से काफी कम है। शेष राशि विश्वविद्यालय को अपने सीमित संसाधनों से जुटानी पड़ रही है।

डॉ. व्यास ने यह भी बताया कि सरकार द्वारा एकमुश्त अनुदान जारी न कर, उसे मासिक किश्तों में जारी करना कर्मचारियों के वेतन भुगतान में देरी का कारण बन रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले चार महीनों से समय पर वेतन न मिलने से शिक्षकों व कर्मचारियों में गहरी नाराज़गी है। साथ ही महंगाई भत्ता का भुगतान भी कई महीनों से लंबित है।

संघ ने विश्वविद्यालय में बुनियादी सुविधाओं की कमी को लेकर भी प्रशासन पर सवाल उठाए हैं। न तो कैंटीन की सुविधा उपलब्ध है और न ही आवास आवंटन की नियमित बैठकें होती हैं। असिस्टेंट डायरेक्टर जैसे पदों का राजनीतिकरण और मनमाने ढंग से वितरण भी चिंताजनक बताया गया।

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(Udaipur Kiran) शुक्ला

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