
झज्जर, 23 जून (Udaipur Kiran) । अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक दिवस के उपलक्ष्य में एचएल सिटी के स्विमिंग पूल में हरियाणा तैराकी संघ की ओर से मोटिवेशनल तैराकी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
प्रतियोगिता में तमाम तैराकों ने शानदार दम दिखाया। ग्रुप-5 से लेकर सीनियर ग्रुप तक के तैराकों ने स्वस्थ प्रतिस्पर्धा के माहौल में प्रतियोगिता में भाग लिया और पदक हासिल किए।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) जालंधर के सहायक निदेशक विकास खत्री इस मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे।
उन्होंने विजेता तैराकों को पदक पहनाकर उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। हरियाणा तैराकी संघ के महासचिव अनिल ने सिटी बजाकर इवेंट्स की शुरुवात करवाई। कार्यक्रम के 50 मीटर फ्री स्टाइल इवेंट में विजेता प्रतिभागियों को पदक भी दिए गए। अनिल खत्री ने बताया कि 23 जून 1894 को अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति की स्थापना हुई और 23 जून 1948 को पहली बार ओलंपिक दिवस मनाया गया। उन्होंने बताया कि विश्व की सबसे बड़ी खेल प्रतियोगिता ओलंपिक है और सभी खिलाड़ियों का मकसद ओलंपिक में पदक हासिल कर देश, प्रदेश और अपने माता पिता का गौरव बढ़ाना होता है।
उन्होंने कहा कि युवाओं और खिलाड़ियों को खेलों से जोड़ने, अनुशासन में रहकर स्वस्थ प्रतिस्पर्धा करते हुए अपनी क्षमताओं में इजाफा करने के लिए इस तरह के प्रयास फलदायी होते हैं।
इसलिए हरियाणा ओलंपिक संघ के अध्यक्ष मीनू बेनीवाल ने इस बार सभी खेल संघों को ओलंपिक दिवस पर खेल आयोजन करने के दिशानिर्देश दिए थे।
अनिल ने कहा कि हरियाणा तैराकी संघ तैराकों को बेहतर माहौल, बेहतर सुविधाएं और बेहतर कोच उपलब्ध करवा रहा है ताकि हरियाणा के तैराक आगे चलकर ओलंपिक तैराकी में भी देश के लिए पदक ला सकें। हरियाणा तैराकी संघ के बेहतर प्रयास और प्रोत्साहन के चलते हरियाणा की एक बेटी तैराकी में ओलंपिक में भाग ले चुकी है। उन्होंने बताया कि हरियाणा तैराकी संघ के अध्यक्ष और भिवानी महेन्द्रगढ़ से सांसद धर्मबीर सिंह भी उन्हें तैराकों को तकनीकी साथ और सुविधाओं को लेकर लगातार निर्देश देते रहते हैं।
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(Udaipur Kiran) / शील भारद्वाज
