
हरिद्वार, 22 जून (Udaipur Kiran) । शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आनंद स्वरूप महाराज ने रविवार को आरक्षण और संविधान जैसे संवेदनशील मुद्दों पर अपनी बेबाक राय रखी। उन्होंने कहा कि आज समय आ गया है जब आरक्षण को लेकर व्यापक सार्वजनिक विचार-विमर्श की आवश्यकता है।शांभवी धाम में आयोजित वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि अगर भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, राजगुरु जैसे वीर क्रांतिकारी न होते, तो देश को आज़ादी न मिलती। उन्होंने यह भी कहा कि यदि डॉ. बी. एन. राव नहीं होते, तो हमें संविधान भी नहीं मिलता।स्वामी आनंद स्वरूप महाराज ने कहा कि आरक्षण का विरोध किसी समाज विशेष से नहीं है, बल्कि यह उन योग्य युवाओं की वेदना है जो मेहनत के बावजूद अवसरों से वंचित रह जाते हैं। उन्होंने दावा किया कि यह कुंठा और अवसाद का कारण बन रही है, जिससे कई युवक आत्महत्या जैसे घातक कदम उठा रहे हैं।
—————
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
