Uttar Pradesh

जल निगम के कार्यों में मिली लापरवाही कतई बर्दाश्त नहीं : सुधीर कुमार

मौके का जायजा लेते नगर आयुक्त सुधीर कुमार व अन्य

कानपुर, 23 जुलाई (Udaipur Kiran) । शहर के बारासिरोही में अमृत-2 योजना के अंतर्गत कानपुर वाटर सप्लाई योजना वेस्ट डिस्ट्रिक्ट पार्ट-B के तहत कराए जा रहे कार्यों का नगर आयुक्त सुधीर कुमार ने बुधवार को जायजा लिया। इस दौरान 328 किलोमीटर के सापेक्ष मात्र 100 किलोमीटर लाइन डाली गई है। जिसकी अभी तक हाइड्रो टेस्टिंग नहीं की गई और न ही पूर्ण रूप से रोड की मरम्मत कराई गई। इस पर उन्होंने सम्बंधित को फटकार लगाते हुए शेष कार्य को जल्द से जल्द पूरा कराने के निर्देश दिए।

जल निगम विभाग द्वारा बिछाई गई लाइन के कारण क्षेत्र की अधिकांश मार्गो को खोद कर मार्गों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है, जिसके कारण इलाकाई पार्षद व लोकहित में प्राप्त शिकायतों के निदान के लिए नगर आयुक्त स्थिति को परखने के लिए खुद मौके पर पहुंचे। इस दाैरान उन्होंने

जल निगम द्वारा पाइपलाइन बिछाने के कार्य के कारण क्षेत्र में उत्पन्न नागरिक असुविधाओं व मार्ग की स्थिति एवं स्वच्छता व्यवस्था की समीक्षा के लिए बारीकी से जांचा और परखा।

जल निगम द्वारा पाइपलाइन डालने के लिए मुख्य मार्ग को बिना किसी वैकल्पिक व्यवस्था के पूर्णतः खोद दिया गया है, जिससे आवागमन पूर्णतः बाधित हो गया है। मार्ग पर न ही कोई बैरिकेडिंग की गई थी और न ही मरम्मत की कोई अस्थायी व्यवस्था पाई गई। यादव आटा चक्की के पास सड़क की अत्यंत दयनीय अवस्था पाई गई। उक्त मार्ग की सतह पूरी तरह से उखड़ चुकी है और चारों ओर कीचड़ एवं मलबा जमा पाया गया, जिससे दोपहिया और चारपहिया वाहनों का आवागमन असंभव हो गया है। मार्गों की समुचित मरम्मत न होने के कारण अधिक वर्षा होने की स्थिति में यहां जल भराव की स्थिति अत्यंत बदतर हो जाती है जिससे राहगीरों का पैदल व वहां से निकलना मुश्किल हो जाता है।

माँ सरस्वती हॉस्पिटल के मुख्य गेट के सामने की सड़क पूरी तरह से धँसी हुई अवस्था में पाई गई। मरीजों और एम्बुलेंस की आवाजाही में बाधा उत्पन्न हो रही है, जिससे जन स्वास्थ्य की दृष्टि से गंभीर स्थिति बनी हुई है। इस गली की सड़क भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त पाई गई। न केवल डामर की सतह हट चुकी है, बल्कि बड़े-बड़े गड्ढे भी उत्पन्न हो चुके हैं। जिससे पैदल चलना तक कठिन हो गया है। यह स्थिति जल निगम द्वारा कार्य के पश्चात मरम्मत न किए जाने के कारण उत्पन्न हुई है। कुछ स्थलों पर क्षेत्र में गंदगी, कूड़े के ढेर एवं नालियों की जाम स्थिति पाई गई। इसमें अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए जोनल स्वच्छता अधिकारी को कड़ी फटकार लगाई गई और तत्काल सफाई करने के निर्देश दिए गए।

जल निगम की लापरवाही को अत्यंत गंभीर मानते हुए निर्देश दिए कि यदि अगले 15 दिनों में पूरे क्षेत्र की स्थिति व मार्गों को दुरुस्त नहीं कराया गया। तो सम्बंधित ठेकेदार के विरुद्ध प्राथमिकी एफआईआर दर्ज कराकर विधिक कार्रवाई कराई जाएगी। जोनल स्वच्छता अधिकारी को 48 घंटे के भीतर क्षेत्र की सफाई व्यवस्था बहाल करने एवं नालियों की सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।

(Udaipur Kiran) / रोहित कश्यप

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