
हरिद्वार, 6 अगस्त (Udaipur Kiran) । आईआईटी रुड़की ने एक नई तकनीक का उद्योग जगत में सफल हस्तांतरण करते हुए एनर्जीएनव स्मार्ट केमिकल्स एंड मैटेरियल्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता किया है। यह तकनीक नाइट्रोजन-समृद्ध नैनोपोरस पॉलीट्रायज़ीन के उत्पादन के लिए अल्ट्राफास्ट माइक्रोवेव-सहायता प्राप्त संश्लेषण विधि पर आधारित है। इस तकनीक को आईआईटी रुड़की के रसायन विज्ञान विभाग के प्रोफेसर परितोष मोहंती और डॉ. मोनिका चौधरी ने विकसित किया है।
आईआईटी रुड़की के निदेशक प्रो. के.के. पंत ने इस अवसर पर कहा यह तकनीक प्रयोगशाला से बाज़ार’ की दिशा में एक ठोस कदम है जो आत्मनिर्भर और तकनीकी रूप से विकसित भारत के निर्माण में मदद करेगा।आईआईटी के कुलशासक प्रो. विवेक मलिक ने कहा आईआईटी रुड़की में विकसित एक डीप-टेक समाधान अब व्यावहारिक उपयोग में आ रहा हके। प्रो. परितोष मोहंती ने कहा यह नई सामग्री हरित ऊर्जा, पर्यावरण और सतत रसायन विज्ञान के क्षेत्र में अपार संभावनाएं रखती है।
एनर्जीएनव स्मार्ट केमिकल्स एंड मैटेरियल्स प्राइवेट लिमिटेड की ओर से एम. आर. कटुआल ने कहा यह समझौता आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को मजबूत करता है और स्वदेशी नवाचार, हरित रसायन और स्मार्ट विनिर्माण पर भारत के फोकस को दर्शाता है। यह पहल मेक इन इंडिया की सोच के अनुसार उद्योग-तैयार समाधान विकसित करने की दिशा में एक ठोस कदम है।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
