ग्वालपारा (असम), 12 सितम्बर (Udaipur Kiran) । ग्वालपारा कॉलेज के सामने छात्रों का आज भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा। छात्र-छात्राएं सड़कों पर उतर आए हैं। ग्वालपारा कॉलेज में बीते कल नवागत विद्यार्थी स्वागत समारोह के दौरान एक छात्र ने छात्र एकता सभा की एक छात्रा के साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया। इसके विरोध में असम छात्र संघ (आसू), आरएसयू, एबीवीपी और छात्र मुक्ति संग्राम समिति ने जोरदार प्रदर्शन किया। बीते कल से ही कॉलेज में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है। विरोध के बीच एबीवीपी के छात्र-छात्राओं ने एनएसयूआई का झंडा जलाया।
आसू, एबीवीपी, आरएसयू और छात्र मुक्ति संग्राम समिति के छात्र-छात्राओं ने कॉलेज के सामने विभिन्न नारों के साथ विरोध प्रदर्शन किया। हमें न्याय चाहिए, एनएसयूआई वापस जाओ, एनएसयूआई बलात्कारी, बलात्कारी को फांसी दो, कॉलेज में छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करो जैसे नारों से माहौल को गरमाते रहे। इतना ही नहीं, उत्तेजित छात्रों ने शहर की सड़कों पर टायर जलाकर भी विरोध प्रदर्शन किया।
दूसरी ओर, ग
ग्वालपारा कॉलेज की छात्रा के साथ दुष्कर्म कांड को लेकर एनएसयूआई ने एक संवाददाता में एनएसयूआई के कॉलेज छात्र एकता सभा के पूर्व महासचिव इक़राम हुसैन ने ग्वालपारा कॉलेज में छात्रा के साथ हुए यौन उत्पीड़न की घटना की कड़ी निंदा की और इस घटना में शामिल छात्र फिरोज इकबाल हसन को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की।
उन्होंने कहा कि अन्य छात्र संगठनों ने इस घटना को लेकर एनएसयूआई पर जो आरोप लगाए हैं, वह पूरी तरह से एक षड्यंत्र है, क्योंकि इस घटना में एनएसयूआई का किसी भी तरह से कोई संबंध नहीं है। इसी बीच, एनएसयूआई के पूर्व अध्यक्ष शरिफुल सरकार ने कहा कि जिसने यह जघन्य घटना को अंजाम दिया है, हम उसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। साथ ही उन्होंने स्पष्ट किया कि आरोपित छात्र एनएसयूआई का सदस्य नहीं है।
उन्होंने बताया कि फिरोज इकबाल हसन ने कुछ दिन पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की सदस्यता ग्रहण की थी। इसलिए यह पूरी तरह से षड्यंत्र के तहत एनएसयूआई को बदनाम करने की कोशिश है।
(Udaipur Kiran) / देबजानी पतिकर
