
मंडी, 30 सितंबर (Udaipur Kiran News) । सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी के इतिहास विभाग व भारतीय सांस्कृतिक निधि मण्डी चेप्टर के संयुक्त तत्वावधान से एमओयू अंतर्गत मंगलवार को विरासत अध्ययन यात्रा का आयोजन किया गया। इस आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों एवं शोधार्थियों को मंडी नगर की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और ऐतिहासिक महत्व से अवगत कराना था। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलगुरु आचार्य ललित कुमार अवस्थी रहे।
उन्होंने अपने संबोधन में इस प्रकार की यात्राओं को विद्यार्थियों के शैक्षणिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से अत्यंत आवश्यक बताया तथा मंडी की ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित करने की आवश्यकता पर बल दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षतानरेश मल्होत्रा, समन्वयक भारतीय सांस्कृतिक निधि इंटेक मंडी चेप्टर ने की। उन्होंने मंडी की ऐतिहासिक इमारतों और मंदिरों के संरक्षण हेतु समाज और युवा वर्ग की सक्रिय भागीदारी को अनिवार्य बताया।
इस अवसर पर मुख्य वक्ता के रूप में अनिल शर्मा लेखक एवं जिला ब्यूरो प्रमुख, अनंत ज्ञान समाचार पत्र मंडी ने मंडी की सांस्कृतिक विरासत और स्थापत्य कला के महत्व पर विस्तृत व्याख्यान प्रस्तुत किया। उन्होंने ऐतिहासिक भवनों, मंदिरों और मंडी के स्थापत्य वैभव का विद्यार्थियों को विस्तार से परिचय दिया। अनिल शर्मा सह-समन्वयक, भारतीय सांस्कृतिक निधि (इंटेक) मण्डी चेप्टर ने ने बताया कि इस प्रकार की अध्ययन यात्राएँ न केवल छात्रों को कक्षा से बाहर सीखने का अवसर प्रदान करती हैं बल्कि उनके भीतर अपनी सांस्कृतिक धरोहर के प्रति गर्व और संरक्षण की भावना भी जाग्रत करती हैं।
कार्यक्रम का सफल संयोजन डॉ. राकेश कुमार शर्मा विभागाध्यक्ष इतिहास विभाग सरदार पटेल विश्वविद्यालय, मंडी ने किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि विरासत अध्ययन यात्रा के दौरान विद्यार्थियों और शोधार्थियों को मंडी के प्रमुख ऐतिहासिक स्थलों का भ्रमण कराया गया, जिनमें बरसेले, बिज्जै वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला ऐतिहासिक भवन तथा प्राचीन एवं प्रसिद्ध पंचवक्त्र महादेव मंदिर विशेष रूप से शामिल रहे। विशेषज्ञों ने इन स्थलों की ऐतिहासिक, स्थापत्य एवं सांस्कृतिक पृष्ठभूमि से संबंधित महत्त्वपूर्ण जानकारी साझा की।
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(Udaipur Kiran) / मुरारी शर्मा
