HimachalPradesh

हिमाचल प्रदेश में छात्र संघ चुनाव नहीं होंगे बहाल : शिक्षा मंत्री

शिमला, 21 अगस्त (Udaipur Kiran) । हिमाचल प्रदेश में फिलहाल छात्र संघ चुनाव बहाल नहीं होंगे। शिमला में चल रहे विधानसभा के मॉनसून सत्र में वीरवार को भाजपा विधायक विपिन सिंह परमार द्वारा लाए गए निजी संकल्प पर चर्चा के दौरान शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि इस विषय पर अभी गहन चिंतन की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि छात्र संघ चुनावों के दौरान विश्वविद्यालय परिसरों में हिंसक माहौल बन जाता है और जब तक ऐसा वातावरण खत्म नहीं होता, चुनाव बहाल नहीं हो सकते। उन्होंने स्पष्ट किया कि सरकार भविष्य में इस विषय पर विचार करेगी। इसके बाद विधायक विपिन सिंह परमार ने अपना संकल्प वापस ले लिया।

विपिन सिंह परमार ने संकल्प के पक्ष में बोलते हुए कहा कि विधानसभा में बैठे 80 फीसदी नेता छात्र राजनीति से निकलकर आए हैं। छात्र संघ चुनाव भविष्य के नेताओं को तैयार करते हैं। भारत की 65 प्रतिशत से अधिक आबादी 35 वर्ष से कम उम्र के युवाओं की है। ऐसे में छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में भागीदारी का अवसर मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि आज का छात्र कल का नेता है, इसलिए चुनाव बहाल किए जाने चाहिए।

तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी ने कहा कि छात्र राजनीति से जुड़ाव ठीक है, लेकिन कैंपस में हिंसा अस्वीकार्य है। उनके समय में कैंपस में तीन-तीन हत्याएं तक हो चुकी हैं। इसी वजह से सरकार ने चुनाव न कराने का निर्णय लिया था। भाजपा विधायक विनोद कुमार ने चुनाव बहाली का समर्थन करते हुए कहा कि देश के बड़े नेताओं में जेपी नड्डा और जयराम ठाकुर भी छात्र राजनीति से निकले हैं।

विधायक केवल सिंह पठानिया ने कहा कि सदन में बैठे अधिकांश नेता छात्र राजनीति की उपज हैं, मगर कॉलेज परिसरों को हिंसामुक्त रखना जरूरी है। हंसराज, सुरेश कुमार, राकेश जमवाल और त्रिलोक जमवाल ने भी चुनाव बहाली के पक्ष में अपनी बात रखी। वहीं हरीश जनारथा ने विरोध करते हुए कहा कि छात्र राजनीति से जुड़ने वाले सभी लोग नेता नहीं बन पाते। उन्होंने कहा कि छात्र राजनीति से जुड़े कई लोग बाद में साधारण जीवन जी रहे हैं।

—————

(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा

Most Popular

To Top