
शिमला, 30 जुलाई (Udaipur Kiran) । हॉर्टिकल्चर एंड फॉरेस्ट्री कॉलेज थुनाग के विद्यार्थियों और अभिभावकों ने कॉलेज को मंडी ज़िले के गोहर में अस्थायी तौर पर स्थानांतरित करने के राज्य सरकार के फैसले का समर्थन किया है। छात्रों ने कहा कि हाल की भीषण बारिश और बाढ़ से कॉलेज में पढ़ाई और सुरक्षा दोनों बुरी तरह प्रभावित हुई थीं। ऐसे में मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू और बागवानी मंत्री जगत सिंह ने जो तुरंत कदम उठाया, उससे विद्यार्थियों को राहत मिली है।
छात्रों और अभिभावकों ने बुधवार को शिमला में प्रेस वार्ता कर बताया कि थुनाग कॉलेज में करीब 350 विद्यार्थी पढ़ रहे हैं, जो सब चाहते हैं कि पढ़ाई निर्बाध रूप से जारी रहे। उन्होंने कहा कि बाढ़ के कारण कॉलेज की इमारत, रास्ते और ज़रूरी सुविधाएं प्रभावित हुईं, जिससे छात्रों की जान को भी खतरा था। ऐसे में कॉलेज को सुरक्षित जगह शिफ्ट करना ज़रूरी था।
छात्रों ने इस मुद्दे पर सियासत न करने की भी अपील की। उन्होंने कहा कि सभी को छात्रों की पढ़ाई और सुरक्षा को प्राथमिकता देनी चाहिए। छात्रों ने सरकार से जल्द से जल्द नए भवन निर्माण की प्रक्रिया पूरी कर स्थायी तौर पर कॉलेज को स्थापित करने की भी मांग की।
उन्होंने बताया कि 9 जुलाई को मुख्यमंत्री और 11 जुलाई को बागवानी मंत्री के दौरे के बाद यह मांग की गई थी। 26 जुलाई को मंत्री ने फिर छात्रों से मुलाकात कर आश्वस्त किया कि अस्थायी व्यवस्था के दौरान भी शिक्षा की गुणवत्ता पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
गौरतलब है कि इस कॉलेज को पूर्व भाजपा सरकार ने थुनाग में खोला था। पिछले दिनों 30 जून को थुनाग में बादल फ़टने ने भारी तबाही मचाई थी। ऐसे में राज्य सरकार ने छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए इसे मंडी ज़िले में ही स्थानांतरित करने का फैसला लिया है। दूसरी तरफ विपक्षी दल भाजपा ने सरकार के इस फैसले पर सवाल उठाए हैं।
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(Udaipur Kiran) / उज्जवल शर्मा
