
उरई, 17 सितम्बर (Udaipur Kiran) । ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली के एक विवादास्पद बयान ने एक बड़ा राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है। शौकत अली पर भारत के वीर सपूत और राष्ट्र रक्षक महाराजा सुहेलदेव राजभर को सार्वजनिक रूप से ‘लुटेरा’ जैसे शब्द से सम्बोधित करने का आरोप है। यह बयान सोशल मीडिया और विभिन्न टीवी चैनलों पर प्रसारित होने के बाद तीखी आलोचना का केंद्र बना हुआ है।
बता दें कि, शौकत अली ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम में ऐतिहासिक शख्सियत महाराजा सुहेलदेव पर आपत्तिजनक टिप्पणी की। उनके बयान को महाराजा सुहेलदेव के अनुयायियों और हिंदू समुदाय का अपमान करने और ऐतिहासिक आक्रांता सैय्यद सालार मसूद गाजी का महिमामंडन करने की नीयत से दिया गया बताया जा रहा है। आरोप है कि यह बयान न केवल निंदनीय है, बल्कि ऐतिहासिक तथ्यों के भी पूरी तरह विपरीत और असत्य है। इस बयान के खिलाफ सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने सख्त एतराज जताया है। पार्टी ने कहा कि शौकत अली के बयान से पार्टी कार्यकर्ताओं, समर्थकों और महाराजा सुहेलदेव को मानने वाले करोड़ों लोगों में गहरा रोष है।
पार्टी ने कहा कि इतिहास इस बात का साक्षी है कि सन 1034 ईस्वी में राष्ट्रभक्त महाराजा सुहेलदेव ने विदेशी आक्रांता सैय्यद सालार मसूद गाजी को युद्ध में परास्त कर भारत की अस्मिता, सनातन धर्म और संस्कृति की रक्षा की थी। उनका शौर्य और देश के प्रति त्याग आज भी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत है। SBSP ने इस घटना को AIMIM की विदेशी मानसिकता से जोड़ते हुए कहा कि ऐसी पार्टियां अभी भी गुलामी की मानसिकता से जकड़ी हुई हैं और उनके अंदर देश के महापुरुषों के प्रति कोई सम्मान नहीं है। पार्टी के अनुसार, शौकत अली ने जानबूझ कर एक आक्रांता को ‘हीरो’ और एक राष्ट्र रक्षक को ‘लुटेरा’ बताने का दुस्साहस किया है, जो किसी भी सूरत में माफ़ करने लायक नहीं है।
इस मामले में SBSP पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बुधवार को कलेक्ट्रेट परिसर में एकत्रित होकर तत्काल कार्रवाई की मांग करते हुए सरकार और प्रशासन के सामने तीन प्रमुख मांगें रखी। पार्टी के जिलाध्यक्ष सुनील परिहार ने बताया कि शौकत अली तत्काल सार्वजनिक रूप से अपने शब्द वापस लें और महाराजा सुहेलदेव के प्रति कहे गए अपमानजनक बयान के लिए माफी मांगें। राज्य सरकार शौकत अली के इस घृणित बयान की गहन जांच करे और उनके खिलाफ कठोरतम कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करे। सरकार यह सुनिश्चित करे कि भविष्य में कोई भी व्यक्ति राष्ट्रनायक महाराजा सुहेलदेव या किसी अन्य राष्ट्रीय नायक के सम्मान के साथ खिलवाड़ न कर सके।
SBSP ने अपने बयान के अंत में एक स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा, कोई भी ताकत राष्ट्ररक्षक महाराजा सुहेलदेव राजभर की छवि को धूमिल नहीं कर सकती। उनका त्याग और बलिदान देश की हर पीढ़ी याद करती रहेगी। महाराजा सुहेलदेव सिर्फ पूर्वाचल ही नहीं, बल्कि पूरे भारत के गौरव और राष्ट्र की आत्मा है। उनका अपमान भारत की मिट्टी और उसके शौर्य का अपमान है। जो लोग उन पर उंगली उठाते हैं, वे इतिहास में हमेशा एक शर्मनाक किरदार के तौर पर याद किए जाएंगे।
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(Udaipur Kiran) / विशाल कुमार वर्मा
