
खरगोन, 20 जून (Udaipur Kiran) । राज्य स्तरीय टीम द्वारा स्वास्थ्य व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देशों के तहत भोपाल और इंदौर से वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम शुक्रवार को खरगोन पहुंची। टीम ने जिला अस्पताल खरगोन, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सेगांव, और डालका उप स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण कर स्वास्थ्य सेवाओं एवं व्यवस्थाओं की समीक्षा की। भोपाल से राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन संचालक डॉ. सलोनी सिडाना एवं निरीक्षण दल में वरिष्ठ संयुक्त संचालक डॉ अर्चना मिश्रा, डॉ. प्रभाकर तिवारी, उप संचालक डॉ रूबी खान, डॉ स्मृति सिंग, एसपीएम अमित जैन, समन्वयक अमित द्विवेदी, इंदौर से संयुक्त संचालक डॉ. पूर्णिमा गाड़रिया, समन्वयक मोनिका सिंह ने जिले के भ्रमण के दौरान उपस्थित थे।
निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य संस्थाओं में मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य, मानव संसाधन और उपकरणों, रिपोर्टिंग सिस्टम आदि की स्थिति का जायजा लिया गया। टीम ने कई बिंदुओं पर असंतोष जताते हुए आवश्यक सुधार के निर्देश दिए। साथ ही संसाधनों की पूर्ति के लिए शीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश भी दिए गए।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सेगांव का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान एनसीडी (गैर संचारी रोग), एनएएफएलडी (फैटी लिवर), परिवार कल्याण शिविर, टीकाकरण, वैक्सीन स्टॉक रजिस्टर और एनआरसी की व्यवस्थाओं की समीक्षा की गई। कुपोषित बच्चों की माताओं को परिवार नियोजन की जानकारी देने, मेडिकल ऑफिसर्स की नियमित विजिट दर्ज करने और रिकॉर्ड संधारण पर विशेष ध्यान देने के निर्देश जारी किए गए।
समीक्षा बैठक में गहन मंथन
शुक्रवार को आयोजित समीक्षा बैठक में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की मिशन संचालक, डॉ. सलोनी सिडाना, वरिष्ठ अफसरों और जिले के सीएमएचओ डॉ. मोहन सिंह सिसोदिया, समस्त जिला नोडल अधिकारी सहित बीएमओ, बीपीएम, बीसीएम उपस्थित रहे। बैठक में जिले की स्वास्थ्य सुविधाओं और व्यवस्थाओं, चुनौतियों और सुधार की संभावनाओं पर समीक्षा की गई। एन.एच.एम.एम.डी. द्वारा मातृत्व स्वास्थ्य, एनसीडी, टीबी, टीकाकरण, सिकलसेल, आयुष्मान आरोग्य मंदिर, स्वस्थ यकृत मिशन और संकल्प अभियान आदि विषयों पर विस्तार से समीक्षा करते हुए संवाद किया।
बैठक में मातृत्व स्वास्थ्य की समीक्षा की गई। इस दौरान समय पर पंजीकरण, जांच, हाई रिस्क पहचान, हाई रिस्क प्रबंधन, रैफर करने का कारण जानते हुए, ई-केवाईसी, सीएचओ की ट्रेनिंग, पीएनसी को दिया जा रहा भोजन व्यवस्था में सुधार व संतोषप्रद सेवा प्रदायगी, कार्य में प्रगति एवं समय पर गुणवत्तापूर्ण सुचारू सेवा की प्रदायगी के निर्देश दिए गए।
टी.बी. कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए स्क्रीनिंग, एक्सरे, लेब जांच, सकारात्मक परिणाम आने पर निशचय पोर्टल पर इंद्राज एवं डीबीटी और फूड बास्केट का वितरण समयावधि में करने के निर्देश दिए गए। इस दौरान कार्यक्रम अंतर्गत सम्पूर्ण जिले में मातृ एवं शिशुओं को शतप्रतिशत टीका सेवा, एमआर टीकाकरण सेवा में प्रगति के निर्देश जिला टीकाकरण अधिकारी को दिए गए। समस्त बीएमओ को प्रतिदिन अनमोल पोर्टल अनुसार कार्य की समीक्षा करने के निर्देश दिये। बीएमओ बड़वाह की मांग अनुसार सनावद की एनआरसी को बड़वाह शिफ्ट करने के लिए प्रस्ताव भोपाल भेजे जाने के लिये निर्देशित किया गया।
आगामी समीक्षा बैठक 2 अगस्त को
समीक्षा में पाई गई कमियों के सुधार के लिए समय देते हुए, आज के संकेतों के आधार पर पुनः मूल्यांकन के लिए 2 अगस्त 2025 तक का अवसर दिया गया। राज्य स्तर एनएचएम से आयोजित होने वाली वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग बैठक में सभी बीएमओ, बीपीएम, बीसीएम, बीएएम की उपस्थिति अनिवार्य रूप से सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। सीएचसी भगवानपुरा के लिए लेब टेक्नीशियन की व्यवस्था के निर्देश दिए गए।
जिला अस्पताल खरगोन में दी जा रही स्वास्थ्य सेवाओं एवं पूरी टीम की प्रशंसा की। निरीक्षण के दौरान स्वास्थ्य टीम द्वारा मानव संसाधन, उपकरणों आदि की मांग की पूर्ति के लिए आश्वस्त किया गया। साथ ही प्रदेश की आशा कार्यकर्ताओं के सहयोगत्मक कार्य की सराहना भी की। बैठक में वर्चुअल रूप से संकल्प अभियान से जुड़े डॉ. रमेश अग्रवाल ने मातृत्व स्वास्थ्य संबंधी योजनाओं, आगामी रणनीतियों और संसाधनों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। जिला अस्पताल द्वारा दी जा रही सेवाओं पर संतोष व्यक्त किया गया। बैठक समाप्ति के पूर्व जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ मोहन सिंह सिसोदिया द्वारा राज्य स्तरीय टीम का आभार व्यक्त किया गया और स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए सुधारात्मक प्रयास के लिए विश्वास दिलाया गया।
(Udaipur Kiran) तोमर
